आने वाला शुक्रवार यूपी पुलिस के लिए बड़ी चुनौती, अब तक 337 उपद्रवियों पर कसा शिकंजा
यूपी में शुक्रवार को जुमे के नमाज के बाद कई शहरों में बवाल मच गया। जिससे यूपी के कई शहर उपद्रवियों की वजह से बदहाल हो गया है। जिसके बाद से ही यूपी पुलिस अलर्ट पर है। वहीं यूपी के अलग-अलग शहरों में हुए बवाल और पत्थरबाजी मामले में गिरफ़्तारी जारी है। पुलिस ने अबतक पूरे प्रदेश में 337 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है। वहीं सीएम योगी के शख्त निर्देश पर कार्रवाई का सिलसिला लगातार जारी है।
बता दे कि पुलिस ने सबसे ज्यादा गिरफ्तारी प्रयागराज से किया है, अबतक 90 उपद्रवियों को गिरफ्तार जेल भेज दिया है।इसके साथ ही सहारनपुर में 83, हाथरस में 52, अंबेडकरनगर में 41, मुरादाबाद में 40, फिरोजाबाद में 18, अलीगढ़ में 6 और जालौन में 5 उपद्रवियों की गिरफ्तारी हुई है।
बीते शुक्रवार को हुए बवाल में प्रदेश के 9 जिलों में कुल 13 एफआईआर दर्ज हुई है। बवाल के दौरान पुलिस-प्रशासन के कुल 13 कर्मचारी घायल हुए। बवाल के दौरान उपद्रवियों ने 5 वाहनों में आगजनी और 3 में तोड़फोड़ की। जिसके बाद से ही पुलिस फोटो और वीडियो से पहचान कर आरोपियों की गिरफ्तारी कर रही है।उपद्रवियों के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई होने तय है।
शुक्रवार को जुमे के नमाज के बाद कई जगह जमकर आगजनी और पत्थरबाजी की गई थी। अब इस मामले में पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई जा रही है। प्रयागराज में हिंसा के मास्टरमाइंड जावेद पंप के मकान को प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया है, तो वहीं कई अन्य के खिलाफ भी बुलडोजर कार्रवाई की तैयारी है। वहीं बुलडोजर कार्रवाई को लेकर राजनितिक दल इसका विरोध कर रहे है। हाल ही में अखिलेश यादव ने दंगाइयों की पिटाई को लेकर पुलिस पर सवाल उठाया था।
आने वाला शुक्रवार पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है, जिसे लेकर एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि शांति और अमन में बाधा डालने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी जिलों के पुलिस अफसरों को निर्देश दिए गए हैं कि वे धर्म गुरुओं से बात कर लें और किसी भी तरह के प्रदर्शन की अनुमति न दी जाए। खासकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में विशेष सतर्कता के निर्देश दिए गए है। सतर्कता के निर्देश बीते शुक्रवार के लिए भी पहले से दिए गए थे, लेकिन कुछ अफसरों ने उसे हल्के में लिया जिसकी वजह से नौ जिलों में माहौल खराब करने की कोशिश की गई। जिसके बाद एनएसए और गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई भी की गई है।