नही रहे दादा अपनी अखड़ मिजाजी के लिए मशहूर कई बार के विधायक रहे भाजपा नेता सुंदरलाल दीक्षित का निधन
रिपोर्ट- मुन्ना सिंह
Barabanki News: भारतीय जनता पार्टी के कर्मठशील, जुझारू और ईमानदार, दबे, कुचले गरीबो के मसीहा बाराबंकी के विधानसभा 272 हैदरगढ़ से एक बार निर्दलीय और दो बार भाजपा से विधायक रह चुके हैदरगढ़ के लाल दादा सुंदरलाल दीक्षित की हृृदयागति रूकने से शनिवार को भोर राजधानी लखनऊ के हस्पिटल में निधन हो गया। दीक्षित के निधन की सूचना मिलते ही जनपद के सभी भाजपा कार्यर्ताओं और पदाधिकारियों में शोक की लहर दौड़ गई। यही नही सोशल मीडिया और फेसबुक पर पक्ष और विपक्ष दल के सभी नेताओं ने शोक प्रकट करना शुरू कर दिया यही नही लोग एक दूसरे फोन पर दादा का कुशलक्षेम जानने को बेताब दिखे। गौरतलब हो कि पूर्व विधायक सुंदरलाल दीक्षित हैदरगढ़ नगर स्थित बस स्टाप के सामने बीते कई वर्षो से रह रहे थे और यही बैठकर हैदरगढ़ की जनता का दर्द सुनकर उसे निस्तारण करते थे।
सुबह अखबार वितरक उनके आवास पर अखबार लेकर गया और जब जीने का दरवाजा खोला तो नजारा देख दंग रह गया, दादा सुंदरलाल जीने से नीचे गिरे हुए थे इसे देख अखबार वितरक ने आनन फानन स्थानीय लोगों को बुला कर सीएचसी हैदरगढ़ में भर्ती कराया जहां डाक्टरों ने गंभीर अवस्था में प्राथमिक उपचार के बाद राजधानी लखनऊ रेफर कर दिया जहां अस्पताल में मौजूद डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
हैदरगढ़ के लाल के निधन की सूचना जैसे ही खाद्य एंव रसद मंत्री सतीश शर्मा के साथ साथ सांसद उपेंद्र रावत, विधायक दिनेश रावत जिलाध्यक्ष शशांक कुशमेश को हुई तो सभी ने गहरा दुःख व्यक्त करते हुए आनन फानन हास्पिटल रवाना हो गए।
यही नही विपक्षदल के नेताओं ने भी दादा के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया। जिसने भी दादा के निधन की खबर सुनी उसकी आंखें नमः हो गई उनके अंतिम यात्रा अंतिम यात्रा में तो लोग का जनसैलाब उमड़ पड़ा लोगो ने दादा को नम आंखों से अंतिम विदाई दी।