जलभराव से बीईओ कार्यालय दर-दर भटकने को मजबूर,फरियादी और बच्चे लगाते है चक्कर
रिपोर्ट – मुन्ना सिंह
बाराबंकी : मानसून की मार के चलते हुए शिक्षा विभाग का कार्यालय जलभराव की वजह से दर-दर भटकने को मजबूर है। हैदरगढ़ के मुख्य चौराहे पर स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय में ब्लॉक संसाधन केंद्र स्थित है जहां पर विकासखंड के करीब 200 स्कूल के कामकाज का जिम्मा है और रोज सैकड़ों की संख्या में फरियादी अपनी शिकायत और अपनी मांगों, समस्याओं को लेकर के खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय के चक्कर लगाते हैं।
बारिश की वजह से पूर्व माध्यमिक विद्यालय में जलभराव की स्थिति हो गई है जिसकी वजह से पूरे परिसर में जलभराव हो गया है करीब 1 माह से अधिक बीत जाने के बाद भी इसका पुरसाहाल लेने वाला कोई नहीं है। विद्यालय के परिसर में मौजूद कार्यालय के जिम्मेदार अधिकारी भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं कि आखिर कैसे परिसर में मौजूद जल की निकासी हो सके और बच्चों को बेहतर परिवेश मिल सके साथ ही साथ सरकार द्वारा चलाए जा रहे संचारी रोग नियंत्रण अभियान की भी धज्जियां खंड शिक्षा अधिकारी की नाक के नीचे उड़ाया जा रहा है जो कि एक जिम्मेदार अधिकारी के तौर पर शिक्षा विभाग में काम करते हैं और जिला अधिकारी के निर्देश पर उनके द्वारा ही पूर्व माध्यमिक विद्यालय हैदरगढ़ को गोद भी लिया गया है,लेकिन जिम्मेदार अधिकारी ही जब उदासीन हो जाए तो क्या कहा जा सकता है??।
ऐसे में जलभराव की वजह से स्कूली बच्चों को अपने हाल पर छोड़ कर के खंड शिक्षा अधिकारी अपना कार्यालय लेकर के राजकीय बालिका इंटर कॉलेज हैदरगढ़ में चले गए हैं जहां से विकासखंड के सरकारी काम और प्रशिक्षण का संपादन हो रहा है ऐसे में फरियादी अपनी शिकायतों और समस्याओं को लेकर के दर-दर भटकने को मजबूर है तो वही आधार संशोधन एवं आधार के अन्य कार्य के लिए भी लोग और स्कूली बच्चे दर-दर यहां-वहां भटकने को मजबूर हैं। लगभग 2 माह बीत जाने के बाद भी खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा इसके लिए कोई जरूरी कदम नहीं उठाए गए जबकि जिम्मेदार अधिकारी के तौर पर उनके द्वारा अगर प्रभावी कार्यवाही की गई होती जल निकासी समय से हो जाती और आम जनता और बच्चों को दर-दर नहीं भटकना पड़ता लेकिन ऐसे में क्या कहा जाए जब अधिकारी ही उदासीन हो जाए ।
इस मामले को लेकर जब प्रधानाध्यापक से बात की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि जल निकासी के लिए कई बार अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत हैदरगढ़ से संपर्क किया गया लेकिन उनके द्वारा जल निकासी ना कोई ठोस कदम नही उठाये गए न ही फोन उठाया जाता है ऐसे में किसी तरह से कार्य संपादित किया जा रहा है। खण्ड शिक्षा अधिकारी को सूचना de दी गयी है। बच्चों को संचारी रोग के प्रति जागरूक किया जा रहा है जिससे कि कोई बीमारी ना होने पाए।