एक ख़ूबसूरत शाम – प्रेम के नाम
नयी दिल्ली : 1 मार्च 2023 को, ‘विद्या प्रेम संस्कृति न्यास’ द्वारा पूज्य पिताजी स्व.श्री ,’प्रेम किशोर पांडेय’ जी के अवतरण दिवस को दो सत्रों में आनलाइन, सफ़लता और सुंदरतापूर्वक संपन्न किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत संस्था की अध्यक्ष और स्व.श्री प्रेम किशोर पांडेय जी की सुपुत्री डॉ. कल्पना पाण्डेय ‘नवग्रह’ ने संस्था की स्थापना और उसमें निहित पवित्र उद्देश्यों को बताकर की। कार्यक्रम के दौरान पिताजी के राजनैतिक और साहित्यिक जीवन की छोटी सी झाॅंकी के साथ-साथ, प्रेम रत्न सम्मान, विद्या-श्री सम्मान, निर्णायक सम्मान और श्रेष्ठ रचनाकार सम्मान की ख़ूबसूरत पीपीटी भी चलाई गई।
प्रथम सत्र की अध्यक्षता वरिष्ठ लेखिका एवं साहित्यकार श्रीमती सविता चड्ढा ने की। मुख्य अतिथि के रूप में बनारस की जानी-मानी लेखिका एवं साहित्यकार डॉ. छाया शर्मा ने मंच को सुशोभित किया। ‘प्रेम-रत्न सम्मान’ से सम्मानित मशहूर शायर ‘अशअर रामनगरी’ ने स्वर्गीय श्री प्रेम किशोर पांडेय जी के प्रसंगों को साझा कर वातावरण को भावुक बना दिया। प्रमुख वक्ताओं के रूप में डॉ. मधु चतुर्वेदी, डॉ.रवि शर्मा मधुप, डॉ. दुर्गा सिन्हा ‘उदार’ ने स्वर्गीय प्रेम किशोर पांडेय जी की रचनाओं के आधार पर उनकी ख़ूबसूरत साहित्यिक समीक्षा की। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ साहित्यकार श्रीमती शकुंतला मित्तल जी ने बेहद ख़ूबसूरत ढंग से किया।
द्वितीय सत्र की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि- पत्रकार पंडित सुरेश नीरव ने किया। मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ गीतकार जयसिंह आर्य ने मंच को गौरव प्रदान किया। नारायणी साहित्य अकादमी की अध्यक्षा डॉ. पुष्पा सिंह बिसेन ने विशिष्ट अतिथि के रूप में मंच को सुशोभित किया। इस वर्ष ‘पिता’ पर आमंत्रित रचनाओं में से चयनित पाॅंच श्रेष्ठ रचनाकारों को ‘श्रेष्ठ रचनाकार सम्मान’ से सम्मानित किया गया ।
श्री ब्रह्मदेव शर्मा, श्री यशपाल सिंह ‘यश’ डॉ. लता अग्रवाल ‘तनुजा’, चंद्रमणि चौधरी ‘मणिका’ श्री मोतीलाल दास। इन सभी ने मंच पर अपनी रचनाओं का पाटकर भावनात्मक रूप से वातावरण को मोह लिया। विद्या-श्री सम्मान से सम्मानित ‘स्वर्गीय हफीज़ अहमद’ की पुत्री एवं कस्तूरी कला मंच की संस्थापिका डॉ. शबनम ने कार्यक्रम का सुंदर संचालन किया। वहीं पुत्री डॉ. रेशमा ख़ातून ने पिता की याद में बहुत ही मार्मिक रचना पढ़ी। ‘विद्या+प्रेम संस्कृति न्यास’ की ओर से श्रीमती रंजना दूबे ने शानदार और यादगार कार्यक्रम के लिए सभी सम्मानित अतिथियों, दर्शकों एवं श्रोताओं का हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए संरक्षक डॉ राकेश कुमार सिंह के सहयोग की भूरि-भूरि सराहना की।