रावण वध के साथ सम्पन्न हुआ बजरंगबली का 2 दिवसीय मेला
- रामलीला देखने के लिए उमड़ी दर्शकों की भीड़
शिवगढ़,रायबरेली। शिवगढ़ क्षेत्र के भैरमपुर मजरे बैंती स्थित बजरंगबली के मन्दिर परिसर में आयोजित बजरंगबली के दो दिवसीय मेले में अंतिम दिन रामलीला में सीता हरण, अंगद रावण संवाद, लंका दहन कुम्भकरण, मेघनाथ वध, रावण पर राम की विजय का भव्य मंचन किया गया।
गौरतलब हो कि भैरमपुर मजरे बैंती स्थित बजरंगबली के मंदिर परिसर में गत वर्षो की भांति दो दिवसीय मेले का आयोजन किया गया जिसमें मेले के अंतिम शाम 3 बजे से रात साढ़े 7 बजे तक आयोजित रामलीला देखने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। दूसरे दिन रामलीला की शुरुआत राम सीता लक्ष्मण की आरती, भगवान श्री कृष्ण – राधा जी की आरती से की गई। रामलीला में अंगद- रावण संवाद की लीला का मंचन आकर्षण का केंद्र बना रहा।
भगवान राम ने सभी वानर वीरों से पूछा कि हम लंका पर पहुंच गए हैं आगे क्या करना चाहिए तब जामवंत ने सुझाव दिया कि वीर अंगद को रावण की सभा मे शांति दूत वना कर भेजा जाए। यदि रावण समझाने से मानता है तो अच्छा है। नहीं माना तो अंगद रावण का भेद ओर शत्रु के बल का पता लगाकर आएंगे तो रावण से विजय प्राप्त करना आसान होगा। राम ने रावण की सभा मे अंगद को भेजा अंगद ने रावण को राजनीति धर्मनीति, लोकमत, दंड भेद आदि बातों से समझाया नहीं माना तो शत्रु के बल का पता लगाने के लिए रावण की सभा में अपना पैर जमा दिया और कहा -हे रावण तुम्हारी सेना में कोई ऐसा वीर है जो मेरे पैर को हटा सकें। यदि किसी ने मेरा पैर हटा दिया तो राम लंका से लौट जाएंगे।
नहीं तो तुम्हारे कुल में एक भी जीवित नहीं बचेगा। वीर रस से भरा अंगद रावण संवाद का दर्शकों ने खूब आनंद लिया और कलाकारों के प्रदर्शन को सराहा। इस मौके पर मेला कमेटी के प्रबंधक रामखेलावन यादव,मेला कमेटी के पदाधिकारी ओम प्रकाश यादव, क्षेत्र पंचायत सदस्य दिनेश रावत, ग्राम प्रधान जानकीशरण जायसवाल,गौरव मिश्रा, कन्हैया लाल यादव, मायाराम त्यागी, पूर्व प्रधान प्रतिनिधि खेलाड़ी, जगदीश, पुत्तन तिवारी,हरि गोविंद मौर्य, हरिश्चंद्र यादव, राजाराम यादव आदि लोग मौजूद रहे।
दबाव और प्रभाव में खब़र न दबेगी,न रुकेगी