सावधान ! जरा संभल कर चलना ये है शिवली चौराहे का बेड़ारु रोड़
- जल निकास के अभाव में गड्ढों एवं जलाशय में तब्दील हुआ रोड़
- सड़क में बने गड्ढे दे रहे मौत को दावत जिम्मेदार ! मौन
- सड़क पर जलभराव से व्यापारी एवं ग्राहक परेशान
- दूषित पानी से होकर गुजरने को मजबूर हजारों छात्र एवं राहगीर
शिवगढ़,रायबरेली। जरा संभल कर चलना ये है नवसृजित शिवगढ़ नगर पंचायत के वार्ड नम्बर 7 का बेड़ारु रोड़। जल निकास के अभाव में शिवली चौराहे का बेड़ारु रोड़ गड्ढों एवं जलाशय में तब्दील हो गया है। जिसमें आए दिन राहगीरों का गिरकर चोटिल होना बिल्कुल आम बात हो गई है, किंतु कोई सुध लेने वाला नहीं है। विदित हो पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा करीब डेढ़ वर्ष पूर्व शिवगढ़ – बेड़ारु रोड का निर्माण कराया गया था।
सड़क के निर्माण के समय ही जल निकास के लिए पक्की नाली बनाई गई थी किन्तु पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते नाली तो बना दी गई किंतु जल निकास के लिए उसे किसी नाले से नहीं जोड़ा गया। नाली में दूषित पानी के ठहराव एवं मिट्टी और कचरा जमा होने से 6 माह में ही नाली पट गई थी। आलम यह है कि सड़क पर साल के बारहों मास घरों का दूषित पानी भरा रहता है। जिससे लोग संक्रामक बीमारियों का शिकार होते रहते हैं। लोगों की शिकायत के बावजूद जिम्मेदार अपनी आंखें मूंदे हुए हैं।
सड़क पर जलभराव के चलते डेढ़ वर्ष के अन्दर ही शिवली चौराहे पर बेड़ारु रोड़ पूरी तरह से गड्ढो में तब्दील हो गया है। जिसके चलते छात्र-छात्राएं एवं राहगीर आए दिन दुर्घटना का शिकार होते रहते हैं। शिवली,भवानीगढ़ चौराहा क्षेत्र का प्रमुख व्यापारिक केंद्र होने के चलते इस सम्पर्क मार्ग पर 24 सों घण्टे राहगीरों का आवागमन रहता है। सड़क पर दूषित पानी के जमा होने से व्यापारियों एवं ग्राहकों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
व्यापारियों एवं नगर पंचायत के लोगों ने इस समस्या के निदान के दर्जनों बार जिम्मेदार अधिकारियों से गुहार लगाई किंतु जिम्मेदार अधिकारियों ने अनसुना कर दिया। जिसको लेकर नगर पंचायत के लोगों में जिम्मेदार अधिकारियों के प्रति गहरा रोष व्याप्त है। जल्द ही समस्या का समाधान न होने पर नगर पंचायत के लोगों एवं व्यापारियों ने आन्दोलन की चेतावनी दी है।
वार्ड नम्बर 4 से सभासद उमेश कुमार ने बताया कि सड़क पर दूषित जलभराव से सांस लेना दूभर हो रहा है। मजबूरी में दुकानदारों, ग्राहकों एवं राहगीरों को इसी दूषित पानी से होकर आना-जाना पड़ता है। जिसके संबंध में अधिशासी अधिकारी से शिकायत की थी किंतु समस्या का समाधान नहीं हुआ।











