कृष्णा प्रेमी झांकी ग्रुप के कलाकार सम्मानित
शिवगढ़,रायबरेली। रायबरेली जनपद ही नहीं यूपी के कोने-कोने में राधा-कृष्ण, भगवान शिव- पार्वती, विघ्न विनाशक गणेश, राम-सीता,लखन की अद्भुत झांकियां दिखाकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देने वाले कृष्णा प्रेमी झांकी ग्रुप के कलाकारों को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। क्षेत्र के ग्राम पंचायत बैंती स्थित प्राचीन कालीन कबिरादान बाबा के ऐतिहासिक मेले में श्रीकृष्ण रासलीला, मथुरा वृन्दावन की फूलों की होली, दही हांडी आदि झांकियों की अनुपम प्रस्तुति देकर दर्शकों को भक्ति रस में सराबोर कर देने वाले कृष्णा प्रेमी झांकी ग्रुप के मशहूर कलाकार कृष्णा प्रेमी, विश्वा निर्मोही, गोकरन को कबीरादान बाबा मेला कमेटी द्वारा प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। मेला कमेटी के अध्यक्ष अरुण कुमार मिश्रा, कोषाध्यक्ष कमल किशोर रावत,सचिव अजय यादव ने कलाकारों को सम्मानित करते हुए कहा कि क्षेत्र के लिए गौरव की बात है कि माटी के लाल झांकियों की मनमोहक स्थिति देकर यूपी की कोने-कोने में रायबरेली जनपद का नाम रोशन कर रहे हैं। जिसके लिए कृष्णा प्रेमी झांकी ग्रुप के सभी कलाकार बधाई के पात्र हैं।इस मौके पर शिवराज,संजय रावत,जानकीशरण जायसवाल,रामधन, रामबिलास आदि लोग उपस्थित रहे।
यूपी के कोने-कोने में रायबरेली जनपद का नाम रोशन कर रहे कृष्णा प्रेमी
शिवगढ़ क्षेत्र के भवानीगढ़ चौराहे के रहने वाले कृष्णा प्रेमी श्रद्धा भक्ति में इस कदर डूब गए कि उन्होंने अपने जीवन को,अपनी कला को लोगों में श्रद्धा भक्ति जागने का आधार बना लिया। पिछले डेढ़ दशक से नवरात्रि, होली, दीपावली, शिवरात्रि में आयोजित होने वाले विभिन्न धार्मिक आयोजनों में जैसे रामलीला, जागरण, भागवत, ड्रामा आदि में कृष्ण, राधा, भोलेलाथ,सरस्वती, मां दुर्गा, मां काली की सुन्दर, आकर्षक, मनमोहक, झांकियों की अनुपम प्रस्तुति देकर क्षेत्र ही नहीं समूचे प्रदेश में जिले का नाम रोशन कर रहे हैं। जिनके जीवन्त अभिनय के कारण ही उन्हे 2 भोजपुरी फिल्मों में अभिनय करने का मौका मिल चुका है। पहली फिल्म में उन्होंने मशहूर भोजपुरी फिल्म अभिनेता दिनेश लाल यादव निरहुआ के साथ जान लेबू का में और दूसरी फिल्म में उन्होंने यश कुमार मिश्रा के साथ क्रांतिकारी 1924 में अभिनय किया है। साक्षात के दौरान कृष्णा प्रेमी ने बताया कि विद्यालय में पढ़ाई के दौरान नाट्य मंचनों के माध्यम से उनके मन में अभिनय करने की कला जागृत हुई थी, जिसको उन्होंने अपने जीवन का आधार बना लिया है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2001 में उनकी शादी शीला से हुई। धर्मपत्नी शीला ने उनकी कला को सराहा और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया,उनकी पत्नी ने हर कदम पर उनका साथ दिया। अपनी कला के दम पर ही उन्होंने अपने बड़े बेटे राज को आईटीआई और बीएससी कराई। छोटा बेटा रमन इण्टरमीडिएट में और बेटी रजनी हाईस्कूल में पढ़ रही है,तीनों मेधावी छात्र है। कृष्णा प्रेमी ने बताया कि वे अपनी बेटी रजनी को पढ़ा लिखा कर आईएएस ऑफिसर बनाना चाहते हैं। जिनका मानना है कि कला- कला होती है। शोसल मीडिया प्लेटफार्मों पर उनके बड़ी संख्या में फॉलोवर हैं। जिनका कृष्णा प्रेमी झांकी ग्रुप इन दोनों नवरात्रि में आयोजित होने वाले जागरण में झांकियों की अनुपम प्रस्तुति देकर लोगों में श्रद्धा भक्ति की अलख जगा रहा है।