अक्षय कुमार ने इतिहास पर उठाया सवाल, बोले- राजाओं को भुलाया…
अभिनेता अक्षय कुमार का मानना है कि देश के इतिहास में अगर भारत के शूरवीर राजाओं के बारे में विस्तार से बताया गया होता तो हर देशवासी का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता। अक्षय कुमार ने कहा कि भारत के वीर राजाओं की जगह इतिहास में आंक्राताओं मुगलों का महिमामंडन अधिक किया गया है। इससे ना केवल मुगलों के अत्याचार पर परदा पड़ा बल्कि वीर राजाओं की असली गाथाओं को देश जान ही नहीं पाया।
गौरतलब है कि अक्षय कुमार अभिनीत सम्राट पृथ्वीराज फिल्म एक दिन बाद रिलीज होने जा रही है। इस फिल्म में अक्षय कुमार ने पृथ्वीराज का रोल निभाया है। रिलीज से पहले अभिनेता अक्षय कुमार ने देश में इतिहास की पढ़ाई को लेकर सवाल उठाया है। उन्होंने एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा कि हमें जो इतिहास पढ़ाया गया है, उसमें हमारे राजाओं जैसे महाराणा प्रताप और पृथ्वीराज चौहान समेत सैकड़ों वीर राजाओं के बारे में बहुत कम जानकारी दी गयी है। अक्षय कुमार ने कहा कि अब वक्त आ गया है जब इतिहास को बैलेंस किया जाए। उन्होंने शिक्षा मंत्री से अपील करते हुए कहा कि वह इस मामले को गंभीरता से देखें। अक्ष्य ने कहा कि बेशक मुगलों के बारे में जानना चाहिए, लेकिन क्या हमें अपने वीर राजाओं की गाथा जाने का हक नहीं है। पृथ्वीराज चौहान को लेकर उन्होंने कहा कि हमारी इतिहास की किताबों में उनके बारे में दो से तीन लाइनें ही हैं। जबकि उनकी वीरता अद्धितीय थी।
अक्ष्य ने खुद के सोमनाथ और काशी विश्वनाथ जाने के सवाल पर कहा कि मैं वहां हिंदुत्व के लिए नहीं बल्कि सांस्कृतिक विरासत के चलते गया था। अक्षय कुमार ने ये भी कहा कि चूंकि पृथ्वीराज चौहान का इनसे नाता था लिहाजा वह सांस्कृति रूप से यहां की यात्रा पर आए। फिल्म के निर्माता चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने कहा कि पृथ्वीराज चौहान और सोमनाथ एवं काशी विश्वनाथ के बीच गहरा रिश्ता रहा है। चंद्र प्रकाश द्विवेदी ने कहा कि मैं सांस्कृतिक पुनरुत्थान और मंदिरों के दोबारा निर्माण को गलत नहीं मानता। उन्होंने कहा कि आखिर हम सोमनाथ और वाराणसी क्यों गए? हम जानते हैं कि भारत की सांस्कृतिक राजधानी वाराणसी है। गंगा और हिमालय हमारे इतिहास के साक्षी हैं, यह हमारी भावना की बात है। इस देश में बहुत डिबेट चल रही है। इसलिए मेरे मन में था कि लोगों को याद दिलाया जाए कि पहली बार काशी विश्वनाथ मंदिर को कुतुबुद्दीन ने तोड़ा था।