उप जिला अधिकारी व क्षेत्राधिकारी सलोन की सूझ भुझ से जनता की सहमति पर प्रशासन ने भीमराव अंबेडकर की मूर्ति को हटवाया
रिपोर्टर :-निशांत सिंह
परसदेपुर रायबरेली।:-कानून के रचयिता डा भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति को बिना परमीशन के रात्रि के अंधेरे में लोगों ने चबूतरे पर स्थापित किया। जिसका सोशल मीडिया पर बीडीओ वायरल हुआ। प्रशासन मे मची अफरातफरी ।उपजिलाधिकारी व क्षेत्राधिकारी सलोन की सूझबूझ से जनता की सहमति पर मूर्ति को प्रशासन ने हटाया।
गौरतलब हो कि नगर पंचायत परसदेपुर के वार्ड नंबर दो,रमसगरा मुहल्ले में श्री राम के घर के पास लगभग साढे 3 वर्ष वर्ष पहले अम्बेडकर की मूर्ति रखने के उद्देश्य से उनके अनुयायियों ने एक चबूतरे का निर्माण किया था जिसमें कई लोगों के बिरोध के चलते बाबा साहेब की मूर्ति स्थापित नहीं हो सकी। बीती रात कुछ लोगों द्वारा उक्त चबूतरे पर डा भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति स्थापित कर दी गई और 11बजे दिन में मूर्ति का अनावरण करने की ब्यवस्था भी कर दी गई और भीम आर्मी के लोगों को बुला भी लिया गया।
उक्त घटना की जानकारी प्रशासन को कानों-कान नहीं हो सकी। किसी ने उक्त घटना की जानकारी प्रशासन को बी डी ओ वायरल करके दी। बगैर परमीशन के रात्रि में मूर्ति स्थापित किया जाना, प्रशासन के गले की हड्डी बन गई। आनन फानन में उपजिलाधिकारी व क्षेत्राधिकारी सलोन मौके पर पहुंच गये और मूर्ति हटवाना चाहा तो भीम आर्मी के व मुहल्ले के लोग मूर्ति न हटाने पर अड़ गए।
प्रशासन के हाथ पैर फूल गए और थाना डीह व नसीराबाद से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाना पड़ा। लोगों से प्रशासन की वार्ता शुरू हुई। लगभग छः घंटे की मशक्कत के बाद किसी तरह लोग प्रशासन की बात पर मान गए और मूर्ति को प्रशासन की सुरक्षा में रखने को राजी हुए।तब जाकर प्रशासन ने राहत की सांस ली और वहां बाबा साहब की मूर्ति को हटा कर सुरक्षित स्थान पर रखा गया है।
चेयरमैन विनोद कुमार कौशल ने बताया कि शासन के परमीशन लेकर हफ्ते 10 दिन में मूर्ति का अनावरण उसी चबूतरे पर किया जाएगा।