“बाराबंकी: ग्राम पंचायत गेरावां में ग्राम प्रधान व सचिव पर ₹3 लाख से अधिक सरकारी धन के गबन का आरोप, DM ने जारी किया नोटिस”
मुन्ना सिंह/बाराबंकी : हैदरगढ़ विकासखंड की ग्राम पंचायत गेरावां में बड़े पैमाने पर सरकारी धन के गबन का मामला सामने आया है। ग्राम प्रधान अनुज बाजपेयी ने पंचायत सचिव अमित राणा व ज्ञान सिंह के साथ मिलीभगत कर विकास कार्यों के नाम पर फर्जी बिल से भुगतान कर बड़े पैमाने पर शासकीय धन का दुरुपयोग व गबन कर डाला गेरावां गांव निवासी अंबरीश सिंह की शिकायत पर जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने जांच समिति गठित कर मामले की पड़ताल कराई। जांच में ग्राम प्रधान व सचिव की मिलीभगत से कई योजनाओं में अनियमितताएं व शासकीय धन के गबन की पुष्टि हुई है।
जांच में सामने आई अनियमितताएं
1. प्राथमिक विद्यालय में मिट्टी पटाई कार्य
2 हैंडपंप मरम्मत में फर्जी बिल
शुभम इंटरप्राइजेज और आराध्या जनरल ऑर्डर सप्लायर्स के बिल तारीख से पहले भुगतान किए गए।
कुल ₹59,280 की फर्जी व अमान्य धनराशि का भुगतान किया गया।
3. ह्यूम पाइप क्रय में गड़बड़ी
₹47,200 का भुगतान बिना किसी वैध बिल और दस्तावेज के किया गया।
जांच में पाया गया कि वास्तविक रूप से कोई सामग्री क्रय नहीं की गई।
4. पंचायत भवन निर्माण
मनरेगा व ग्राम निधि से निर्माण कार्य दिखाया गया।
₹1,93,590 का भुगतान बिना किसी बाउचर या प्रमाण पत्र के किया गया।
जांच में इस राशि को गबन माना गया।
5. निविदा और कोटेशन प्रक्रिया का उल्लंघन
ग्राम निधि से कराए गए कार्यों में एमबी से अधिक भुगतान और निविदा प्रक्रिया की अनदेखी की गई।
जिलाधिकारी का नोटिस
जांच रिपोर्ट आने के बाद डीएम शशांक त्रिपाठी ने ग्राम प्रधान अनुज बाजपेयी को उत्तर प्रदेश पंचायत राज अधिनियम-1947 की धारा 95(1) (छ) के तहत नोटिस जारी किया है।प्रधान को 15 दिन के भीतर अभिलेखीय साक्ष्य सहित रखने का निर्देश दिया गया है। संतोषजनक जवाब न स्थिति में उनके खिलाफ विधिक कार्यवाही की जाएगी। इसके साथ जिला विकास अधिकारी को दोषी पंचायत सचिव ज्ञान सिंह व अमित राणा के खिलाफ विभागीय कार्यवाही के निर्देश दिया है ।
