शिवगढ़ में हर्सोल्लास पूर्वक मनाई गई हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती
राष्ट्रीय खेल के रूप में मनाई गई मेजर ध्यानचंद की जयंती
हॉकी खिलाड़ी दादा मेजर ध्यानचंद के जीवन से प्रेरणा लेकर आगे बढ़े : रमेश सहगल
शिवगढ,रायबरेली : नगर पंचायत के शिवगढ़ कस्बा स्थित रमेश स्पोर्ट्स एकाडमी शिवगढ़ के हॉकी कोच शिक्षक रमेश कुमार सहगल के आवास पर हॉकी के जादूगर दादा मेजर ध्यानचंद की जयंती बड़े ही हर्षोल्लास पूर्वक राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाई गई। खिलाड़ियों ने उनके चित्र पर माल्यार्पण एवं श्रद्धा सुमन अर्पित उन्हें नमन किया।हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयन्ती पर रमेश कुमार सहगल ने उनके जीवन पर प्रकाश डालते बताया कि दादा मेजर ध्यानचन्द का मूल नाम ध्यान सिंह था।
उनके मित्रों से उन्हें ‘चंद’ उपनाम मिला था, क्योंकि वे रात्रि में चंद्रमा की प्रतिक्षा करते थे कि कब चंद्रमा निकले और वे उसकी चांदनी रात में अभ्यास करें। उन्होंने बताया कि चांदनी रात में सारी – सारी रात मेजर ध्यानचंद अभ्यास किया करते थे।टूटी हॉकी से अपने खेल कैरियर को शुरू कर विश्व के सर्वश्रेष्ठ सेंटर फॉरवर्ड बनकर मेजर ध्यानचंद हॉकी के जादूगर कहलाए। दादा मेजर ध्यानचंद ने अपने खेल कैरियर में बतौर कप्तान भारत को तीन ओलंपिक स्वर्ण पदक दिलाए।उन्होंने अपने 22 वर्ष के खेल कैरियर के दौरान 400 से अधिक गोल किए।
सहगल ने कहाकि हॉकी खिलाड़ियों को चाहिए की वे मेजर ध्यानचंद के जीवन से प्रेरणा लेकर लक्ष्य की ओर आगे बढ़ें जिससे प्रेरित होकर मौके पर मौजूद सभी हॉकी खिलाड़ियों ने संकल्प लेते हुए कहा कि वे दादा मेजर ध्यान चंद के पद चिन्हों पर चलते हुए उनके जैसा सफल हॉकी खिलाड़ी करने बनने का प्रयास करेंगे।
इस मौके पर शिवगढ़ हॉकी के हॉकी खिलाड़ियों ने मेजर ध्यानचंद के चित्र पर पुष्प चढ़ाकर उन्हे नमन करते हुए जयंती मनाई।इस अवसर पर हॉकी कोच रमेश कुमार सहगल नेतृत्व में शिवगढ़ बस स्टॉप पर मैत्रीय हॉकी मैच आयोजित किया गया, जिसमें सभी खिलाड़ियों ने एक अच्छी खेल भावना का परिचय दिया।
इस मौके पर प्रियांशु रंजन, निष्कर्ष गुप्ता, रिद्धिमान उर्फ अर्चित गुप्ता, रुद्र प्रताप सिंह, इसरार अहमद, मोहम्मद शाहिद, संगम मिश्रा, मोहम्मद कैफ, रिमझिम, सोनालिका, स्वाति सिंह, खुशबू ,रिया सिंह,नीलू, पल्लवी, रंजीत, अजीत, दिव्यांशु शुक्ला, संजीव अवस्थी, राजबहादुर सिंह, इकरार अहमद, दिव्यांशु रंजन, सुरेंद्र कुमार, मोहम्मद अरमान आदि लोग उपस्थित रहे।
दबाव और प्रभाव में खब़र न दबेगी,न रुकेगी