बारिश के पानी से भरे गड्ढे में डूबने से किशोर समेत दो की मौत
खीरों (रायबरेली) : कस्बा खीरों में बारिश के पानी से भरे गड्डे में डूबने से किशोर समेत दो लोगों की मौत हो गई। भट्ठा संचालक ने बालू खुदाई के लिए गड्ढा खोदा था। क्षेत्रीय लोगों ने घटना के लिए ईंट भट्ठा संचालक को जिम्मेदार ठहराते हुए कार्रवाई की मांग की है। मृतक किशोर जिस स्कूल में पढ़ाई कर रहा था, उस स्कूल की निजी बस में मृतक युवक हेल्पर का कार्य भी करता था। घटना से परिजनों में कोहराम मच गया है। खीरों थाना पुलिस घटना की जांच कर रही है।
खीरों कस्बा निवासी कृष्णा शर्मा (18) पुत्र मुकेश शर्मा ने पढ़ाई छोड़कर खीरों कस्बा स्थित एक निजी विद्यालय की बस में हेल्पर का कार्य करता था, जबकि आर्यन निषाद उर्फ वैभव (14) उसी विद्यालय में कक्षा आठ का छात्र था। जन्मास्टमी की छुट्टी होने के कारण दोनों सोमवार की सुबह करीब 10 बजे साइकिल से घर से निकले थे। दोपहर तक घर वापस नहीं आने पर परिजनों ने दोनों की खोजबीन की, लेकिन वे नहीं मिले। हालांकि, इस दौरान कुछ लोगों ने बताया कि थाने के बगल में खेतों के बीच से भट्ठे की तरफ जाने वाले रास्ते पर दोनों जाते हुए दिखाई दिए थे।
इसके बाद परिजन कस्बे से कुछ दूरी स्थित ईंट-भट्ठे पर पहुंचे, जहां बारिश के पानी से भरे गड्ढे के पास दोनों के कपड़े, साइकिल व चप्पल पड़े मिले। सोमवार रात करीब आठ बजे ग्रामीणों ने गड्ढे में कूदकर खोजबीन की तो दोनों के शव नग्न अवस्था में बरामद हुए। आशंका जताई जा रही है कि कपड़े उतारकर दोनों गड्ढे में नहा रहे थे। इसी दौरान डूब गए और दोनों की जान चली गई।
थाना प्रभारी देवेंद्र सिंह भदौरिया ने बताया कि पानी में डूबने से किशोर समेत दो लोगों की मौत बात सामने आई है। घटना की जांच कराई जा रही है।
आर्यन के माता पिता चित्रकूट से यहाँ आकर रहने लगे थे
घर की माली हालत ठीक न होने के कारण मृतक कृष्णा ने पढ़ाई छोड़कर बस में हेल्पर का काम करना शुरू कर दिया था। कृष्णा की मौत से मां पूनम शर्मा, पिता मुकेश शर्मा, छोटा भाई मोहित शर्मा, बहन अनुष्का में रोना-पिटना मचा है। मृतक आर्यन निषाद के पिता अवधेश निषाद 15 साल पूर्व पत्नी नीलम के साथ कर्बी जनपद चित्रकूट से खीरों आकर बस गए थे। जहां उन्हें दो पुत्र आर्यन उर्फ वैभव व तेजस्वी निषाद (11) हुए। मृतक आर्यन खीरों कस्बा के एनएसजीएम इंटर कॉलेज में पढ़ाई कर रहा था। उसकी मौत से माता-पिता के अलावा अन्य परिजनों में कोहराम मचा है।
लापरवाही बनी हादसे का कारन , नहीं भरवाया गड्ढा
भट्ठा संचालक की लापरवाही से किशोर और युवक की जान चली गई। दो माह पहले बालू की खुदाई कराने के बाद गड्ढे में मिट्टी की भराई नहीं कराई गई। इससे गड्ढे में बारिश का पानी भर गया। यदि उसे मिट्टी से भरवाया दिया जाता तो शायद यह घटना न होती। घटना से लोगों में आक्रोश है और सभी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। करीब आठ साल पहले पूरे गुलाब राय मजरे मेड़ौली गांव के पास ईंट-भट्ठे के लिए मिट्टी की खुदाई करने से पानी भरे गड्ढे में डूबने से एक युवक की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद भी भट्ठा संचालकों की तरफ से कोई निर्णय नहीं लिया गया।
उधर, सागर बिक्र फील्ड के संचालक अजीत जायसवाल का कहना है कि भट्ठे की दीवार गिर गई थी, जिसकी मरम्मत के लिए मिट्टी की खुदाई कराई गई थी। बारिश के चलते गड्ढे को नहीं पटवाया जा सका था।
छह फिट का है गड्ढा, टीम ने पहुंचकर की पड़ताल
बारिश के पानी से भरे गड्ढे में डूबने से दो लोगों की मौत की घटना की जांच शुरू हो गई है। खनन अधिकारी उमाकांत व लालगंज तहसील के खीरों सर्किल के नायब तहसीलदार शंभूशरण पांडेय ने मंगलवार को मौके पर पहुंचकर जांच की। खनन अधिकारी ने बताया कि गड्ढा करीब छह फिट का है। जांच की जा रही है। मामले में लापरवाही मिलने पर ईंट-भट्ठा संचालक के खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी।