हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया विद्यापीठ का 80वां स्थापना दिवस
पूर्व छात्रों को किया गया श्री बरखण्डी विद्यारत्न से सम्मानित
शिवगढ़,रायबरेली : क्षेत्र के प्रतिष्ठित कालेज श्री बरखण्डी विद्यापीठ इण्टर कॉलेज शिवगढ़ का 80 वां स्थापना दिवस बड़े ही हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित यूको बैंक शिवगढ़ के शाखा प्रबन्धक संदीप कुमार, विद्यालय के प्रधानाचार्य राजकुमार गुप्ता द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन से किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित विद्यापीठ के पूर्व छात्रों को श्री बरखण्डी विद्यारत्न सम्मान देकर सम्मानित किया गया। कॉलेज के स्थापना दिवस पर श्री बरखण्डी विद्यारत्न से अलंकृत विद्यापीठ के पूर्व छात्रों में रामकिशोर रावत (जिला क़ृषि अधिकारी कन्नौज) डॉ. प्रवीण गुप्ता (असिस्टेंट प्रोफेसर फिरोज गांधी कॉलेज रायबरेली), डॉ.गंगा प्रसाद (प्रभारी प्रधानाचार्य राजकीय इण्टर कॉलेज), रामसुरेश (क़ृषि तकनीकी सहायक सीतापुर) अनुराग सिंह (सहायक विकास अधिकारी ), शिक्षक जय प्रकाश साहू आदि शामिल रहें। विद्यालय के प्रधानाचार्य राजकुमार गुप्ता ने यूपी बोर्ड परीक्षा 2024 के हाईस्कूल और इण्टरमीडिएट के टॉप 5 कॉलेज टॉपर मेधावियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। हर साल की तरह कॉलेज के स्थापना दिवस पर विद्यालय के प्रधानाचार्य गुप्ता तथा विद्यालय के सेवानिवृत्ति शिक्षक हरि बहादुर सिंह, रामनरेश मेहता तथा छात्रों द्वारा विद्यालय की पत्रिका ‘अर्चना’ का विमोचन किया गया। पूर्व छात्र के रूप में उपस्थित कन्नौज के जिला कृषि अधिकारी रामकिशोर रावत ने अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि पूर्व में विद्या के इस पावन विद्यापीठ मन्दिर में शिक्षा ग्रहण करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ और आज गुरुजनों के कर कमलों से विद्यारत्न की प्राप्ति हुई है यह वाकई हम सभी के लिए गौरवपूर्ण क्षण है। मंच संचालन शिक्षक शैलेंद्र कुमार सिंह द्वारा किया गया। इस अवसर पर शिक्षक लक्ष्मी नरायण, अभय राज सरोज, भूपेंद्र कुमार, अभिषेक मिश्रा,डॉ. बृजेश सिंह, सुशील कुमार शुक्ला,ओम प्रकाश सिंह, जगत बहादुर सिंह, अविनाश सोनकर, सत्येंद्र,आनंद, योगेश, दिग्विजय सिंह,राम सजीवन पटेल, सीताराम, कुलदीप, जयजीत,पवन सिंह,राजेश श्रीवास्तव, विजय प्रताप सिंह,अजय कुमार सिंह, विकास वर्मा श्री विजय कुमार,अरविंद शुक्ला, प्रधान लिपिक राजबहादुर सिंह, अरुण त्रिवेदी आदि शिक्षक और कर्मचारी उपस्थित रहे।
दबाव और प्रभाव में खब़र न दबेगी,न रुकेगी