बच्चों को टीका अवश्य लगवाएं, कोविड से सुरक्षित बनाएं : सीएमओ
रिपोर्ट – उपेंद्र शर्मा
- कोविड को लेकर बड़े भी न करें लापरवाही
- बचाव के लिए दूसरी और प्रीकॉशन डोज जरूर लगवाएं
- कोविड से बचाव को अब भी दो गज की दूरी और मास्क है जरूरी
बुलंदशहर, 4 मई, 2022। कोविड से बचाव के लिए सतर्कता, कोविड प्रोटोकाल और टीकाकरण बेहद जरूरी है। अभी समय नहीं आया है कि कोविड को लेकर लापरवाही बरती जाए। कुछ लोगों की लापरवाही कोरोना संक्रमण की चेन बढ़ाने के लिए ही काफी होती है। अभी सावधान हो जाने पर इस चेन को बढ़ने से रोका जा सकता है। इसलिए बच्चे, बूढ़े और जवान सभी टीकाकरण अवश्य कराएं और जनपद में कोरोना को रोकने में अपना योगदान दें। यह बात मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. वीके सिंह ने कही है। उन्होंने कहा स्वास्थ्य विभाग के पास पर्याप्त मात्रा में कोविड की वैक्सीन उपलब्ध है और सभी निर्धारित टीकाकरण केन्द्रों पर टीके लगाए जा रहे हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. वीके सिंह ने बताया जनपद में कोविड टीकाकरण कार्यक्रम नियमित रूप से चल रहा है। अभी 12 से 14 वर्ष की आयुवर्ग के बच्चों का टीकाकरण बहुत जरीरी है, इसलिए इस उम्र के बच्चों के अभिभावकों और स्कूल प्रशासन को चाहिए कि वह आगे बढ़ कर बच्चों का टीकाकरण कराएं और उन्हें कोरोना संक्रमण से सुरक्षित बनाएं।
जिन बच्चों को कोरोना हुआ है उनमें काफी संख्या में ऐसे बच्चे हैं जिन्होंने कोरोना से बचाव का टीका नहीं लगवाया है। उन्होंने कहा स्वास्थ्य विभाग अपना काम कर रहा है लेकिन टीकाकरण में अभिभावकों को भी अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। उन्होंने अभिभावकों से अपील की है कि वह अपने बच्चों को कोविडरोधी टीका लगवाएं और कोरोना से सुरक्षित बनाएं। बच्चों का टीका सुरक्षित और भरोसेमंद है।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. राकेश चन्द्र ने बताया कोविड के मामले बढ़ रहे हैं, सतर्कता जरूरी है। कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें। घर से निकलने पर मॉस्क का प्रयोग अवश्य करें और सार्वजनिक स्थानों पर दो गज की सुरक्षित दूरी का भी पालन करें।
स्कूलों के लिए प्रशासन की ओर से गाइड लाइन जारी की जा चुकी हैं, सभी उसका पालन करें। अनावश्यक किसी चीज को छुएं नहीं, अपने हाथ नियमित साबुन पानी से धोएं।
जिन बच्चों में कोविड के लक्षणनजर आ रहे हों वह स्कूल न जाएं, खुद भी सुरक्षित रहें, औरों को भी सुरक्षित रखने में सहयोग करें। शादी का सीजन होने के चलते अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है। सर्दी, जुकाम, बुखार से पीड़ित लोग नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सक से परामर्श लें और कोरोना जांच कराएं।