प्रतिभा के धनी अपनी आंखों से दुनिया न देख पाने वाले दीपक पर तहसील प्रशासन कि पड़ी दया दृष्टि
- तत्कालीन डीएम संजय खत्री के बाद अब तहसील के अधिकारियों ने भी दिखाई दरियादिली।
आलोक मिश्रा की खास रिपोर्ट
सलोन/ रायबरेली। आप लोगों ने कहावत सुनी होगी कि मानव जब जोर लगाता है तो पत्थर पानी बन जाता है यहां पर सटीक बैठती है क्योंकि अभी तक आप लोगों ने सुना होगा कि प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती आपको इसका प्रमाण देखना है तो आप कहीं ज्यादा दूर नहीं जिला मुख्यालय से लगभग 30 किलोमीटर दूर स्थित सलोन तहसील क्षेत्र के पीढ़ी गांव चले आइए ।
जहां पर आप को जन्म जात सूर (अंधे) दीपक से मुलाकात होगी पर आप उन्हें मामूली आदमी मत समझना ये वही दीपक कुमार पुत्र बृजलाल हैं जो कि कुछ वर्ष पूर्व उत्तर प्रदेश ब्लाइंड क्रिकेट में उन्होंने क्रिकेट में सम्मिलित हुए थे जहां 181 रन का स्कोर झारखंड के खिलाफ बनाया था ।
इतना ही नहीं अद्भुत प्रतिभा के धनी दीपक कुमार ने ब्रो लिप में हनुमान चालीसा का अनुवाद किया जिसको लेकर डीएम संजय खत्री ने 2017 में लगभग 83000 का निजी पैसों से सामान दिया दीपक शादीशुदा है इनके एक लड़का भी है हालांकि दीपक के ऊपर भले ही किसी कि दृष्टि न पड़ी हो किन्तु सलोन तहसील प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों कि दया दृष्टि दीपक पर पड़ गई ।
जिसके बाद एसडीएम आशाराम ने आवास के लिए पैसा और भूमि देने का वादा किया साथ ही जेएनयू में उनकी इच्छा को देखते हुए। दिल्ली में एडमिशन कराने का भी आश्वासन दिया वही तहसील में कार्यरत वरिष्ठ रजिस्ट्रार कानूनगो राम लखन सिंह ने दसवीं तक की पढ़ाई अपने निजी खर्चे से दीपक को करा समाज में मानवता कि मिशाल कायम की है।