मानव कल्याण के लिए अपनाया धर्म एवं समाजसेवा का रास्ता
मानव कल्याण ही धर्म का उद्देश्य है : श्याम सुन्दर पाण्डेय
धर्म की रक्षा करने पर वह रक्षा करता है
शिवगढ़,रायबरेली : धर्मो रक्षति रक्षितः जिसका अर्थ है कि “धर्म की रक्षा करने पर वह रक्षा करता है।” धार्मिक कार्यों में अटूट आस्था विश्वास रखने वाले क्षेत्र के वरिष्ठ समाजसेवी श्यामसुण्दर पाण्डेय,युवा समाजसेवी राज भैया उर्फ राज दीक्षित हरियाणा वाले, युवा समाजसेवी आशू सिंह, बिजनेसमैन सुशील कुमार वैश्य,अंकुर मिश्रा,रमेश कुमार की मानें तो जब हम धर्म की रक्षा करते हैं तो वह हमारी रक्षा करता है, जिनका मानना है कि मानव कल्याण ही धर्म का उद्देश्य है।
जिनकी इसी सकारात्मक सोच ने उन्हें धार्मिक एवं सामाजिक कार्यों के प्रति प्रेरित किया जो नि:स्वार्थ भावना से मानव कल्याण के उद्देश्य से पिछले कई दशक से धार्मिक आयोजन एवं समाजसेवा करते चले आ रहे हैं। देहली गांव के रहने वाले श्याम सुन्दर पाण्डेय जिन्होंने मानव कल्याण के उद्देश्य से देहली कस्बे में श्री साईंनाथ,मां दुर्गा, बजरंगबली, राधा-कृष्ण, शनिदेव के मन्दिर के भव्य एवं दिव्य मन्दिर की स्थापना कराकर देहली को पंचधाम बना दिया है जिनके द्वारा हर साल श्री साईंनाथ के विशाल भण्डारे का आयोजन किया जाता है जिसमें 20 हजार से अधिक श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण करके मानव कल्याण की कामना करते हैं।
शिवगढ़ नगर पंचायत अन्तर्गत परशुराम आवास में निवास करने वाले युवा समाजसेवी राज भैया उर्फ राज दीक्षित हरियाणा वाले पिछले डेढ़ दशक से हर साल दर्जनों भण्ड़ारों का आयोजन करने के साथ ही प्रतिदिन कुत्ते,बिल्लियों को दूध ब्रेड़ खिलाते हैं एवं गरीब बेटियों की शादी में बढ़चढ़ कर मदद व दीन दुखियों की सेवा करते चले आ रहे हैं।
गौरनखेड़ा मजरे गोविंदपुर के रहने वाले युवा समाजसेवी एवं गवर्नमेंट कांट्रेक्टर आशू सिंह व उनकी धर्म पत्नी रंजना सिंह ने पिछले डेढ़ दशक से धार्मिक आयोजनों एवं समाजसेवा के क्षेत्र में गहरी छाप छोड़ रखी है,जिनकी हर कोई सराहना करते नही थकता। गीता फिलिंग स्टेशन अहलदगढ़ के मालिक सुशील कुमार वैश्य ने डेड दशक पूर्व अहलादगढ़ मोड़़ पर मां सिद्धिदात्री शक्तिपीठ मन्दिर की स्थापना कराई थी जहां आस्था का शैलाब उमड़ता है मंदिर में हर साल नवरात्रि में जागरण एवं जबाबी कीर्तन का भव्य आयोजन किया जाता है। वहीं पूरे पाण्डेय के रहने वाले अंकुर मिश्रा व सौरभ साइकिल स्टोर भवानीगढ़ के मालिक रमेश कुमार हमेशा धार्मिक एवं सामाजिक कार्यों के प्रति समर्पित रहते हैं। जिन्होंने कोविड के संकटकॉल में लोगों की बढ़-चढ़कर मदद की।
दबाव और प्रभाव में खब़र न दबेगी,न रुकेगी