स्थापना दिवस पर भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन
रायबरेली! सिद्धि कला बीथिका द्वारा राष्ट्रीय राम कला चित्रकूट धाम एवं शबरी आश्रम को स्थापनी खोही तिराहा चित्रकूट में हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुई, मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्री राम जी की रथ यात्रा के साथ कार्यक्रम शुरू हुई, नगर भ्रमण के बाद मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा सिद्धि कला वीथिका के महासचिव एवं शबरी आश्रम के संस्थापक श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (जम्मू-कश्मीर) के प्रमुख चित्रकार शिवशंकर शर्मा द्वारा हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ।
मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्री राम जी की तपस्थली श्री चित्रकूट धाम में नवस्थापित राष्ट्रीय राम कला केन्द्र की परिकल्पना शर्मा द्वारा राष्ट्रीय रामायण मेला से वर्ष 2003 में एक कला प्रदर्शनी के दौरान की थी, जिसका उद्देश्य भगवान राम जी के जीवन पर आधारित लीलाओं आदर्श और त्याग के, चित्रकला, मूर्तिकला, नाट्य कल के माध्यम से प्रचारित और प्रसारित करना है। लक्ष्मण पहाड़ी और राम शय्या के निकट स्थित इस केन्द्र का दृश्य रमणीय एवं प्राकृतिक छटाओं से ओत-प्रोत है, जहाँ कला के माध्यम से भगवान राम की सेवा की जायेगी, जिसमें देश भर के कलाकारों का संगम होगा, समय-समय पर कला प्रदर्शनी, कला मेला, कला कार्यशालाओं तथा कला कार्यो का संचालन होता रहेगा। इस अवसर पर पूर्व सांसद चित्रकूट भैरों प्रसाद मिश्रा सहित चित्रकूट धाम के महंत एवं राजनेता कथावाचक उपस्थित रहे और पूजार्चन कर अपनी शुभकामनाएँ दी।
स्थापना दिवस पर भव्य कवि सम्मेलन आयोजित हुआ, जिसका संयोजन एवं संचालन डा0 रसिक किशोर सिंह नीरज ने किया, जिसके मुख्य अतिथि आनन्द श्रीवास्तव सेवानिवृत्त जिला पंचायत राज अधिकारी प्रयागराज रहे।कार्यक्रम की अध्यक्षता फतेहपुर के कवि शत्रुघ्न सिंह चौहान ने की। सरस्वती वंदना सुनील सौम्य द्वारा प्रस्तुत कर शुभारम्भ किया गया, जिसमें एक दर्जन कवियों ने काव्य पाठ कर समां बांधा। प्रातः खोही तिराहे से बाजे गाजे के साथ रथ यात्रा/कलश यात्रा नृत्य गायन के साथ शबरी आश्रम तक पहुँची।
कवियों में सूर्य प्रसाद शर्मा निशिहर, राजकिशोर सिंह किशोर, इन्द्र बहादुर सिंह भदौरिया ‘इन्द्रेश’, दुर्गाशंकर वर्मा ‘दुर्गेश’, महंत कृष्ण बिहारी, हरिश्चन्द्र त्रिपाठी ‘हरीश’, श्रीनाराययण तिवारी, जय अवस्थी अजेय, शिवपूजन यादव आदि ने उत्कृष्ट रचनाएँ सुनाकर श्रोताओं को भाव-विभोर कर दिया। इस अवसर पर हरिश्चन्द्र त्रिपाठी ‘हरीश’ की बाल कविता संग्रह प्रथम पुस्तक का प्रकाशन होने पर पुस्तक का विमोचन भी सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम में विशेष रूप से हिमांशु प्रकाश द्विवेदी (पूर्व डी.एस.ओ.), ओमशंकर, हरिशंकर, राजशंकर, प्रेमशंकर, दुर्गेश पाण्डेय, साहबलाल द्विवेदी, राज नारायण अवस्थी, मनोज शुक्ला, अजय सिंह, राजेश पटेल, राजाराम शुक्ला, मुन्नू त्रिपाठी प्रधान, विपिन विराट, आचार्य नवलेश महाराज, महंत बच्चू महाराज पर्वाकुटी रामघाट, जयशंकर, ममता द्विवेदी, सुनील निषाद, बेंचा लाल, मूर्तिकार सुनील कुमार तथा पूर्व एम.एल.सी. एवं सांसद व अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थित महत्वपूर्ण रही।आए हुए सभी कवियों एवं आगुन्तकों का अंगवस्त्रम सम्मान पत्र आदि देकर कार्यक्रम आयोजक शिवशंकर शर्मा द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।