शहर के चर्चित नर्सिंग होम सत्यम हॉस्पिटल में मासूम के साथ क्या हुआ ?
धैर्य शुक्ला/रायबरेली :शहर के एक नर्सिंग होम में केवल 7 दिन के इलाज में ही एक नवजात बच्चे का बाया हाथ पूरी तरीके से सड़ गया है एम्स के चिकित्सकों ने हाथ काटने की बात कही है जिसकी शिकायत पीड़ित ने जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव से की है जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने आदेश देते हुए एक टीम गठित की है और इसकी जांच की बात कही है गठित टीम ने इलाज से संबंधित सभी दस्तावेज सील कर दिए हैं.
आपको बताते चलें की पीड़ित लालगंज क्षेत्र के रानीपुर गांव का रहने वाला है जिसका नाम सुरेंद्र शर्मा है बीती 13 जून को 2 माह के बेटे राघव को अत्यधिक बुखार होने की वजह से शहर के चर्चित नर्सिंग होम इंदिरा नगर स्थित सत्यम हॉस्पिटल में भर्ती कराया था आरोप है कि बीती 21 जून तक बच्चे को भर्ती करके इलाज भी किया गया इलाज के दौरान बच्चे के बाएं हाथ में वीगो लगाया गया वीगो के द्वारा ग्लूकोज व अन्य दवाएं बच्चे को दी गई उसके बाद बच्चे के बाएं हाथ में सड़न चालू हो गई यह भी आरोप है की हालत ज्यादा बिगड़ने लगी तो बच्चे को रेफर कर दिया गया.
शिकायती पत्र में प्रार्थी सुरेंद्र कुमार ने यह भी आरोप लगाया है की जबरदस्ती रेफर किया गया जब बच्चे को लेकर प्रार्थी सुरेंद्र कुमार एम्स गया एम्स के चिकित्सक ने हाथ काटने की बात कही चिकित्सक ने कहा कि इन्फेक्शन पूरे शरीर में फैल गया है अब इसका इलाज संभव नहीं है पीड़ित बहुत परेशान हो गया मंगलवार को डीएम से शिकायत करके अस्पताल के संचालक व उनके बेटे के खिलाफ जांच और मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव के आदेश पर एसीएमओ डॉ अरविंद कुमार अन्य अधिकारियों की टीम ने सत्यम हॉस्पिटल पहुंचकर बच्चे के इलाज से संबंधित सभी प्रपत्र व दस्तावेजों को सील कर दिया है अस्पताल के अन्य कर्मचारियों से भी पूछताछ की गई है जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने इस पूरे मामले की जांच के लिए एसीएमओ डॉ अरविंद कुमार सर्जन डॉक्टर आशा शंकर वर्मा और बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सत्यजीत सिंह की टीम गठित कर दी गई है टीम को तत्काल जांच करके रिपोर्ट देने के आदेश दिए गए हैं लेकिन यहां पर एक बात और भी है कि जब चीजें सब कुछ सामने दिख रही हैं तो अभी तक कार्यवाही क्यों नहीं जांच चलने तक कार्यवाही तो होनी ही चाहिए.
सीएमओ वीरेंद्र सिंह ने क्या कहा
रायबरेली के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वीरेंद्र सिंह ने का है कि शहर के सत्यम हॉस्पिटल में बच्चे का इलाज हुआ है जिलाधिकारी के आदेश पर बच्चे के इलाज से संबंधित अभिलेख सील करा दिए गए हैं जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित कर दी गई है जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी.
आरोपित सत्यम हॉस्पिटल के संचालक डॉ के एस सिंह ने क्या कहा
सत्यम हॉस्पिटल के संचालक व वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर के सिंह ने कहा है कि बच्चे का अस्पताल में इलाज किया गया इलाज में किसी भी प्रकार की लापरवाही भी नहीं बरती गई 21 जून के बाद 27 जून तक बच्चे को एम्स में भर्ती कराया गया आज आकर बच्चे के पिता ने आरोप लगाए हैं जांच में सच्चाई सबके सामने आ जाएगी.
जांच टीम में कौन-कौन शामिल
सत्यम हॉस्पिटल मासूम के बाएं हाथ के सड़ जाने के मामले में डीएम ने जांच टीम गठित की है जांच टीम में एसीएमओ डॉक्टर अरविंद कुमार डॉ आशा शंकर वर्मा और बाल रोग विशेषज्ञ सत्यजीत सिंह को जांच टीम में रखा गया है जिनको जल्द ही जांच कर प्रशासन को देनी होगी तब आगे की कार्यवाही होगी.
पीड़ित का क्या है कहना
पीड़ित लालगंज क्षेत्र के रानीपुर गांव निवासी सुरेंद्र कुमार शर्मा ने कहा है कि अस्पताल और अस्पताल संचालक और उनके बेटे के ऊपर सख्त से सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए उन्हीं की वजह से आज हमारे बेटे कहां सड़ चुका है और उसके जान पर बन गई है ऐसा दूसरों के साथ ना हो इसलिए डीएम साहब को सख्त से सख्त कार्यवाही करनी चाहिए ताकि अन्य लोगों को यह परेशानी ना उठानी पड़े.











