अटल आवासीय विद्यालय में निर्माण श्रमिकों के बालक/बालिकाओं की प्रवेश परीक्षा 11 जून को
- अभ्यर्थी प्रवेश हेतु 27 मई तक करें आवेदन
रायबरेली : श्रम विभाग के अन्तर्गत एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के द्वारा पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के बालक/बालिकाओं एवं प्रदेश के अनाथ बच्चों को निःशुल्क आवासीय सुविधा के साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान किये जाने हेतु जनपद लखनऊ में सिठौली कला मोहनलालगंज में अटल आवासीय विद्यालय स्थापित किया गया है। मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप अटल आवासीय विद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2023-24 में माह जुलाई 2023 से पठन-पाठन का कार्य प्रारम्भ किया जाना प्रस्तावित है।
सहायक श्रमायुक्त आर0एल0 स्वर्णकार ने जानकारी देते हुए बताया है कि अटल आवासीय विद्यालय सिठौली कला मोहनलालगंज लखनऊ में शैक्षणिक सत्र 2023-24 हेतु कक्षा 6 में 80 सीटों (40 बालक व 40 बालिकाओं) के प्रवेश हेतु अभ्यर्थियों से आवेदन पत्र (ऑनलाइन) आमंत्रित किया जा रहा है। आवेदन पत्र 27 मई 2023 तक सायं 05ः00 बजे तक सहायक श्रमायुक्त कार्यालय इन्दिरा नगर, रायबरेली में जमा कर सकते है।
अटल आवासीय विद्यालय में निर्माण श्रमिकों के बालक/बालिकाओं की प्रवेश परीक्षा 11 जून 2023 (रविवार) प्रातः 11 बजे से अपराह्न 01ः00 बजे तक होना निश्चित है तथा दिव्यांग छात्रों के लिए 40 मिनट का अतिरिक्त समय दिया जायेगा।
पात्रता- उम्मीदवार 10 से 13 वर्ष आयु वर्ग का होना चाहिये अर्थात जिसका जन्म 01 मई 2010 से पहले तथा 30 अप्रैल 2013 (जिनमें उक्त तिथियाँ शामिल है) के बाद नहीं होना चाहिये। ऐसे नवीनीकृत पंजीकृत निर्माण श्रमिक जिनका पंजीयन 01 अप्रैल 2023 को कम से कम 03 वर्ष बोर्ड की सदस्यता अवधि पूर्ण कर चुके हो, के अधिकतम 02 बच्चों तक।
कोविड के कारण अनाथ बच्चे जिनका महिला एवं बाल कल्याण विभाग में पंजीयन हो अथवा मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (सामान्य) हेतु पात्र बच्चे जिनकी आयु 10 से 13 वर्ष के मध्य हो। सभी वर्गों के लिए आरक्षण नियमानुसार देय होगा। कुल सीटों के स्थानों में 27 प्रतिशत अन्य पिछड़ा वर्ग, 21 प्रतिशत अनुसूचित जाति एवं 02 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति के अभ्यर्थियों के लिये आरक्षण का प्राविधान है।
विशेषताएँ- सभी आधुनिक सुविधाओं युक्त सह-शैक्षणिक आवासीय विद्यालय। बालक एवं बालिकाओं के लिये पृथक-पृथक छात्रावास। निशुल्क गुणवतापरक शिक्षा, भोजन एवं आवास की व्यवस्था। बालक एवं बालिकाओं के सर्वांगीण विकास के लिये स्पोर्ट्स व खेलों का प्रमोशन। हरियाली से परिपूर्ण विद्यालय कैम्पस। सुरक्षा के विशेष प्रबन्ध।