मठ में मनाई गई होली, शास्त्री जी के साथ होली गीतों पर थिरके युवा और बच्चे
रिपोर्ट अंगद राही
- अनेकता में एकता का संदेश देता है होली का पर्व : एस.एल.शास्त्री
शिवगढ़,रायबरेली। क्षेत्र के मठ मजरे दहिगवां स्थित मठ में वैद्य गुरु गुरु एस.एल.शास्त्री के नेतृत्व में जमकर होली खेली गई। लोग एक दूसरे को आमिर गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं देते हुए होली गीतों पर थिरकते नजर। बच्चों एवं युवाओं के साथ फागुन गीतों पर वैद्य गुरु एस.एल.शास्त्री ने थिरकते हुए होली मनाई।
उन्होंने कहा कि होली का त्यौहार एकजुटता, भाईचारे, स्नेह एवं प्रेम का संदेश देता है। होली के त्यौहार में लोग वर्षों पुरानी दुश्मनी एवं भेदभाव भुलाकर एक दूसरे को अमीर गुलाल लगाकर एवं गले लगकर होली का त्यौहार मनाते हैं। जिस प्रकार से सभी रंग आपस में घुल मिल जाते हैं उसी प्रकार लोग आपस में हिल मिल जाते हैं। उन्होंने कहा कि होली का त्यौहार अनेकता में एकता का संदेश देता है।
शास्त्री ने कहा कि यह जीवन नश्वर है जिस प्रकार से सेमल का फूल क्षण भंगुर होता है उसी प्रकार जीवन का कोई खाड़ा नहीं कि अगले पल क्या न हो जाए। इसलिए घमंड, ईर्ष्या, नफरत, भेदभाव त्यागकर जब तक जीवन है लोगों के साथ प्रेम पूर्वक रहे। दुनिया से जाने के बाद सब कुछ यहीं धरा का धरा रह जाएगा, अगर कुछ साथ जाएगा तो वह अच्छाई और बुराई है। इस मौके पर वैद्य कृष्ण कुमार, वैद्य राजकुमार आदि लोग उपस्थित रहे।