पेड़ पौधों के बिना सम्भव नही है जीवन : आलोक मिश्रा
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इंचार्ज प्रधानाध्यापक आलोक मिश्रा ने पेड़ लगाकर बच्चों को वृक्षारोपण के प्रति किया प्रेरित
रायबरेली। शिवगढ़ क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय दहिगवां के इंचार्ज प्रधानाध्यापक आलोक मिश्रा ने विद्यालय प्रांगण में तुलसी, अशोक एवं फल-फूल और छायादार पौधे लगाकर बच्चों को वृक्षारोपण के प्रति प्रेरित किया। उन्होंने बच्चों को वृक्षारोपण के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि पेड़-पौधों के बिना जीवन सम्भव नहीं है। पेड़-पौधे उपहार स्वरूप हमें प्राणवायु, शीतल छाया, फल ,फूल एवं औषधियां प्रदान करते हैं।उन्होंने कहा कि जिस तरीके से लगातार अंधाधुन्ध पेड़ों की कटान हो रही है वह हम सभी के लिए चिंता का विषय है। यदि अभी हम नहीं चेते तो भविष्य में भयानक परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। उन्होंने सभी से अपील करते हुए कहा कि कोविड़ काल में उत्पन्न हुए ऑक्सीजन संकट से सबक लेकर खुद वृक्षारोपण करें और दूसरों को भी वृक्षारोपण के प्रति प्रेरित करें। विद्यालय में तैनात शिक्षामित्र मंजू सिंह ने बच्चों को वृक्षारोपण के प्रति प्रेरित करते हुए कहा कि अपनेओ जन्मदिन पर एक पौधा अवश्य लगाएं। पर्यावरण के प्रति चिंता व्यक्त करते हुए श्री मिश्रा ने कहा कि “यदि बढ़ता रहा प्रदूषण तो, मिट जायेगा मानव ये, रो देगी ओजोन हमारी, मिट जाएगी धरती सारी, पेड़ लगाकर सभी हवा दो इस विपत्ति को वरना मिट जाएगी सृष्टि”
उन्होंने कहा कि जिस तरीके से हम सभी के पूर्वजों ने पेड़ पौधे लगाकर हम सभी के ऊपर उपकार किया है उसी प्रकार हम सभी को वृक्षारोपण करके आने वाली पीढ़ी को ऑक्सीजन संकट से बचाना है। इस मौके पर उपस्थित प्रधान प्रतिनिधि मनीराम यादव एवं अभिभावकों ने बताया कि विद्यालय के इंचार्ज प्रधानाध्यापक और विद्यालय में तैनात शिक्षकों की मेहनत का परिणाम है कि आज विद्यालय में बच्चों की संख्या 213 है। विद्यालय में तरह-तरह की शैक्षिक गतिविधियां कराए जाने के साथ ही बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल रही है।अभिभावकों ने बताया कि विद्यालय के इंचार्ज प्रधानाध्यापक आलोक मिश्रा और विद्यालय में तैनात शिक्षिकाएं समय-समय पर अभिभावकों से सपर्क करते रहते हैं। शिक्षकों और अभिभावकों के मध्य सामंजस्य का ही परिणाम है कि विद्यालय में बच्चों की इतनी अच्छी संख्या है।
दबाव और प्रभाव में खब़र न दबेगी,न रुकेगी