2024 Loksabha Chunav Raebareli : कौन होगा गांधी परिवार के सामने प्रत्याशी
2024 Loksabha chunav raebareli : उत्तर प्रदेश की राजनीति में रायबरेली का एक अपना अलग ही महत्व है रायबरेली से हमेशा ही दिग्गज चुनाव मैदान में रहते हैं यहां से जीतने वाले प्रत्याशी देश का भी प्रतिनिधित्व कर चुके हैं यूपीए सरकार में कांग्रेस की चेयरपर्सन रही सोनिया गांधी लगातार रायबरेली से संसद का चुनाव जीती आ रही है उनके सामने मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी का प्रत्याशी लाख कोशिशें के बाद भी चुनाव में टक्कर देता हुआ नजर नहीं आता है इस समय देश में ram Mandir mahol बना हुआ है जिसको भारतीय जनता पार्टी हर हाल में भूलना चाहती है देश के जानी-मानी हस्तियों को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में बुलाया गया है और भारतीय जनता पार्टी अपनी पूरी ताकत 22 जनवरी को होने वाले इस समारोह पर लगाए हुए हैं हालांकि प्राण प्रतिष्ठा समारोह में कांग्रेस के मुख्य नेताओं ने आने से इनकार कर दिया है उन्होंने कहा है मंदिर हम जरूर जाएंगे लेकिन प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद भगवान से हमें कोई बैर नहीं है लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने इस कार्यक्रम को राजनीतिक बना दिया है और भगवान को हमेशा राजनीति से दूर रखा जाना चाहिए अब बात हो रही है 2024 लोकसभा चुनाव रायबरेली की तो गांधी परिवार का प्रत्याशी ही रायबरेली में चुनाव लड़ेगा यह तो टाइम माना जा रहा है ऐसे में पिछले दो चुनाव में अगर देखा जाए तो 2014 में सोनिया गांधी के सामने सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता अजय अग्रवाल चुनाव मैदान में थे चुनाव की तैयारी भी जोर-शोर से भारतीय जनता पार्टी की ओर से की गई थी लेकिन अजय अग्रवाल चुनाव में सफल नहीं हो सके हालांकि उन्होंने अपनी जमानत बचा के यह दिखाने की कोशिश की कि वह चुनाव में सोनिया गांधी जैसी लीडर के सामने एक सम्मानजनक और तो पानी में जरुर सफल रहे हैं वहीं पिछले चुनाव में सोनिया गांधी के सामने भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी के रूप में वर्तमान एमएलसी एवं प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दिनेश प्रताप सिंह मैदान में थे हालांकि जीतने में तो वह सफल नहीं हो सके लेकिन सोनिया गांधी को कुछ हद तक मुकाबले में बनाए रखा अब सवाल यह उठता है की आने वाली लोकसभा 2024 में जो की बहुत ही नजदीक है कौन होगा गांधी परिवार के सामने भारतीय जनता पार्टी का प्रत्याशी
मंत्री दिनेश प्रताप सिंह का दावा मजबूत
2019 लोकसभा चुनाव में सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले एमएलसी हुआ राज्य सरकार में मंत्री स्वतंत्र प्रभार दिनेश प्रताप सिंह मुख्य दावेदार माने जा रहे हैं क्योंकि पिछले चुनाव में उन्होंने सोनिया गांधी के खिलाफ 3 लाख से अधिक वोट पाकर कुछ हद तक चुनाव में उनको टक्कर दी थी हालांकि 2022 के विधानसभा चुनाव में हरचंदपुर विधानसभा सीट से उनके छोटे भाई राकेश सिंह जोकि वर्तमान विधायक थे वह समाजवादी पार्टी के राहुल लोधी से 15000 से अधिक वोटो से चुनाव हार गए इसका असर जरूर उनके टिकट मिलने की राह में रोड़ा अटका सकता है इसके अलावा सर्वे की विवाद सामने आई है जिसमें यह कहा गया है कि अबकी बार लोकसभा का टिकट किसी अन्य को दिया जा सकता है ऐसा सूत्रों के हवाले से बताया गया है सच्चाई क्या है यह तो वक्त आने पर ही पता चलेगा लेकिन गांधी परिवार को टक्कर देना इतना आसान नहीं होगा क्योंकि यहां पर गांधी परिवार जनता के दिलों में बसता है लोगों का मानना है कि रायबरेली का जो विकास हुआ है वह गांधी परिवार के द्वारा ही किया गया है.
अजय अग्रवाल भी प्रत्याशिता की दौड़ में शामिल
2014 लोकसभा चुनाव रायबरेली में सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता अजय अग्रवाल अचानक सक्रिय हो गए हैं और अपना दावा कर रहे हैं हालांकि पिछले चुनाव में जब उनका टिकट नहीं मिला तो उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी समेत पूरी भारतीय जनता पार्टी के ऊपर दोसा रोपण करते हुए कई आरोप लगाए थे और उन्होंने अपना समर्थन कांग्रेस को देते हुए भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को हारने के लिए प्रयास भी किए थे उनके बयानों में ऐसा देखने को मिला था लेकिन राजनीति में कोई किसी का स्थाई दोस्त और ना ही स्थाई दुश्मन होता है समय के साथ पार्टी और प्रत्याशी हमेशा बदलते रहते हैं और पूर्व में भी अजय अग्रवाल रायबरेली से लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं और यहां कि अबू हवा से पूरी तरह परिचित हैं और अब धीरे-धीरे अपनी सक्रियता को बढ़ा रहे हैं वह कितना सफल होते हैं यह तो आने वाले समय में पता चलेगा लेकिन अगर अजय अग्रवाल को भारतीय जनता पार्टी का प्रत्याशी बनाया जाता है तो अचानक से सक्रियता पर सवाल भी उठाएंगे और अंदर खाने विरोध भी उठाना पड़ सकता है.
अन्य प्रत्याशी भी दावेदारी की लाइन में
2024 लोकसभा चुनाव रायबरेली से गांधी परिवार के सामने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के रूप में अन्य भी कई लोग अपनी दावेदारी प्रस्तुत कर रहे हैं इनमें से प्रमुख राघवेंद्र सिंह पूर्व सांसद हैं एवं प्रमोद मौर्या जो की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतापगढ़ हैं प्रमोद मौर्या काफी दिनों से होल्डिंग में तो सक्रिय दिखाई देते हैं लेकिन जमीन पर उनकी सक्रियता देखने को नहीं मिलती है वही राघवेंद्र सिंह भी सक्रियता के मामले में कहीं दिखाई नहीं पड़ते हैं चद होल्डिंग से लोग यह कयास लग रहे हैं की हो सकता है की राघवेंद्र सिंह की भी दावेदारी संभव हो.
बाहरी प्रत्याशी भी हो सकता है दावेदार
जिले के एक कद्दावर भारतीय जनता पार्टी के नेता का दावा है कि इस बार लोकसभा 2024 में गांधी परिवार के सामने कोई मजबूत चेहरा जो बाहर से होगा वह चुनाव मैदान में होगा और इस बार भारतीय जनता पार्टी हर हाल में रायबरेली से लोकसभा का चुनाव जीत कर रहेगी इसके लिए रणनीति तैयार हो चुकी है अब रणनीति क्या होगी और प्रत्याशी कौन होगा यह तो उन्होंने खुलकर नहीं बताया लेकिन उन्होंने यह पूरे विश्वास के साथ बताया की इन जो नाम की चर्चा हो रही है उनमें से कोई प्रत्याशी नहीं होगा कोई गद्दार नेता रायबरेली से लोकसभा 2024 का चुनाव लड़ेगा यह तो आने वाला समय ही बताया कि प्रत्याशी कौन होगा और रणनीति क्या होगी और वह गांधी परिवार के सामने कितना टिक पाएगा और राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को कितना भुलाने में सफल हो पाएगा क्योंकि गांधी परिवार को हराना रायबरेली से इतना आसान नहीं होगा.