आंधी और बारिश से गेहूँ की फसल गिरकर चौपट, किसानों की आंखों में आंसू
अंगद राही /शिवगढ़,रायबरेली। प्रकृति के कहर से अन्नदाता परेशान हैं। बेमौसम बारिश किसानों पर आसमानी आफत बनकर बरसी है। मौसम के मिजाज से कृषकों की उम्मीद टूट चुकी है,आंखों में बेबसी के आंसू और सिर पर कर्ज का बोझ है। गौरतलब हो कि शनिवार को हुई तेज बारिश, ओलावृष्टि एवं तेज हवा के झोंकों ने जमकर तबाही मचाई। बारिश, ओलावृष्टि एवं हवा के झोंके से अधिकांश किसानों की गेहूं,सरसों की फसल गिरकर चौपट हो गई है, जिससे किसान चिंतित हैं। किसानों को उम्मीद थी कि यदि गेहूं सरसों की पैदावार अच्छी हो गई तो कुछ हद तक कर्ज की अदायगी होने के साथ ही परिवार की जीविका चल जाएगी। किन्तु शनिवार को अचानक मौसम का मिजाज बिगड़ने से कृषकों की सारी उम्मीदें टूट चुकी है।
आसमानी आफत से आम, गेहूं, सरसों, चना,मटर, मसूर,धनिया,जौ की फसल को काफी नुकसान हुआ है। पिछले कई दिनों से चलना ही खराब मौसम के चलते किसान परेशान है। पूर्व गूढ़ा प्रधान रामहेत रावत,मायाराम रावत, शेषपाल सिंह, भानु प्रकाश पटेल सहित कृषकों का कहना है कि मौसम बेईमान है, किसान परेशान है। अन्नदाता पर आफत है ऐसे में तो किसानों को सरकार पर ही आश है। जिला पंचायत सदस्य अंजली पासी, पूर्व जिला पंचायत सदस्य केतार पासी ने सरकार से किसानों को मुआवजा देने की मांग की है।