Tuesday, September 26, 2023
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हाईटेक नर्सरी से सब्जी उत्पादन एवं बागवानी को मिलेगा बढ़ावा

रिपोर्ट अंगद राही 

  • जुलाई-अगस्त से होने लगेगा पौधों का उत्पादन : वीरेश कुमार

शिवगढ़ (रायबरेली) क्षेत्र के शिवगढ़ कस्बे में हार्ईटेक नर्सरी (सेंटर ऑफ एक्सीलेंस) लगभग बनकर तैयार हो गयी है। जिसमें जुलाई-अगस्त से उत्पादन शुरु हो जाएगा। क्षेत्र के किसानों को अब बागवानी एवं सब्जियों की खेती करने के लिए अपने खेत में नर्सरी नही तैयार करनी पड़ेंगी। उन्हें हाईटेक नर्सरी से आसानी से स्वस्थ्य निरोगी पौधे मिल जायेंगे। गौरतलब हो कि शिवगढ़ कस्बे में उद्यान विभाग के नाम करीब 25 बीद्या जमीन अभिलेखों में दर्ज है।

इस जमीन पर लोगों ने अवैध रूप से अतिक्रमण कर रखा था। किन्तु उद्यान कृषि विपणन कृषि विदेश व्यापार तथा कृषि निर्यात स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने शिवगढ़ को हाईटेक नर्सरी का तोहफा देकर किसानों की किस्मत खोल दी।

उद्यान विभाग की जमीन में जिला उद्यान विभाग द्वारा डेढ़ करोड़ की लागत से हाईटेक नर्सरी का निर्माण कराया जा रहा है। जिसमें स्ट्रक्चर लगभग बनकर तैयार हो गया है। जिसमें 80 से 90 लाख की लागत से मशीन लगने के बाद पौध उत्पादन का कार्य शुरू हो जाएगा। ज्ञात हो कि अभी तक सब्जी की खेती के लिए क्षेत्र के किसानों को खुद अपने खेत में पौधे तैयार करने के लिए नर्सरी करनी पड़ती थी।

अच्छा बीज ना होने एवं मौसम के साथ ना देने पर अक्सर किसानों को नुकसान का सामना करना पड़ जाता था। किंतु अब हाईटेक नर्सरी बनने के बाद किसानों को सब्जियों की खेती के लिए इस हाईटेक नर्सरी से पौैधे उपलब्ध हो जाएंगे। हाईटेक नर्सरी (सेंटर ऑफ एक्सीलेंस) में मौसम के हिसाब से पौधे तैयार किए जाएंगे।

रबी में टमाटर, बैगन, लौकी, करेला, सेम, फूलगोभी, पातगोभी, गाठगोभी,प्याज आदि। खरीफ में भिंडी, टिंडा, तोरई, कद्दू, करेला, खीरा, लौकी, ग्वार फली, चौला फली और घीया आदि। जायद में तरबूज, खरबूजा, कद्दू, तुरई, लौकी, चिरचिंडा, परवल, ककड़ी, टिंडा, खीरा और करेला आदि के पौधे तैयार किए जाएंगे। क्षेत्र के 50,000 से अधिक किसानों के लिए उद्यान विभाग की ये एक बड़ी सौगात मानी जा रही है। हाईटेक नर्सरी तैयार होने के सब्जी उत्पादक को बढ़ावा मिलेगा। क्षेत्र के किसान सब्जी उत्पादन के प्रति प्रेरित होंगे। शिवगढ़ उद्यान निरीक्षक वीरेश कुमार ने बताया कि स्ट्रक्चर लगभग बनकर तैयार हो गया है 80 से 90 लाख की लागत से मशीन लगनी है। आगामी जुलाई-अगस्त माह से किसानों को पौधे मिलने लगेंगे।

किसानों की आय बढ़ाने में मददगार साबित होगी हाईटेक नर्सरी

कृषि को समय के साथ टेक्नोलॉजी और नये तरीको से जोड़कर समृद्ध बनाया जा रहा है। इसके साथ ही सरकार द्वारा किसानों को भी कृषि करने के नये-नये तरीकों एवं योजनाओं से जोड़ा जा रहा है। सरकार किसानों को आत्मनिर्भर बनाने और उनकी आय में वृद्धि करने के लिए किसानों के हित में हाईटेक नर्सरी योजना की शुरुआत की है।

इस योजना के मदद से किसानों को खेती के साथ-साथ बागवानी के लिए भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। अगर आप भी बागवानी का शौक रखते है और बागवानी को हाईटेक से जोड़कर कुछ अलग कर दिखाना चाहते है। तो हाईटेक नर्सरी योजना आपके लिए बहुत ही मददगार साबित होगी। इसके साथ ही बागवानी को लाखों रुपयों का कमाई का जरिया बनाना सकते हैं।

Angad rahi
दबाव और प्रभाव में खब़र न दबेगी,न रुकेगी
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