स्कूल प्रबन्धक के बेटे का शव गांव पहुंचते ही मच गया कोहराम
अनुराग की मौत से बुझ गया घर का चिराग
शिवगढ़,रायबरेली। क्षेत्र के आरपीटी पब्लिक स्कूल ओसाह के प्रबन्धक संजय मोहन त्रिवेदी के इकलौते बेटे अनुराग त्रिवेदी का शव गांव पहुंचते ही गांव में कोहराम मच गया। फफकते माता-पिता तथा परिजनों को देख सभी की आंखें भर आई। गौरतलब हो कि खरगीखेड़ा मजरे ओसाह के रहने वाले आरपीटी पब्लिक स्कूल के प्रबन्धक संजय मोहन त्रिवेदी के 23 वर्षीय बेटे अनुराग त्रिवेदी उर्फ विपिन त्रिवेदी का शव शुक्रवार को लगभग साढे़ 4 बजे राजधानी लखनऊ के उतरतिया में रेलवे ट्रैक पर पड़ा मिला था। परिजनों ने बताया कि अनुराग त्रिवेदी आरपीटी पब्लिक स्कूल से पूर्वाहन करीब साढे 10 बजे चचेरे भाई के साथ बछरावां के लिए निकला था। बताते हैं कि अनुराग को बछरावां में छोड़ने के बाद चचेरा छोटा भाई वापस घर लौट आया था। शाम करीब साढ़े 5 बजे जिसका शव उतरठिया में रेलवे ट्रैक पर पड़ा मिलने की सूचना मिली। सूचना पर जब परिजन लखनऊ पहुंचे तो शव अनुराग त्रिवेदी का ही निकला। लखनऊ जिलाधिकारी की अनुमति से मेडिकल कॉलेज में जिसका रात में ही पीएम किया गया। पीएम से वापस लौटने के बाद मृतक का शव गांव पहुंचते ही समूचे गांव में कोहराम मच गया। बेटे की लाश से लिपटे फफकते परिजनों को देख हर किसी की आंखें भर आई। मृतक अनुराग त्रिवेदी – संजय मोहन त्रिवेदी, अनीता त्रिवेदी का इकलौता बेटा था, जिसकी मौत से घर का दीपक बुझ गया है। बीएससी एजी करने के बाद अनुराग ने डीएलएड में प्रवेश लेने के लिए गुरुकुल महाविद्यालय में काउंसलिंग कराई थी। अनुराग माता-पिता एवं परिजनों का बेहद सम्मान करता था, जो घर वालों से पूछे बगैर कहीं घूमने नहीं जाता था इस तरह होनहार बेटे की अचानक अकाल मौत से माता-पिता के साथ ही बाबा सेवानिवृत शिक्षक रामप्रकाश त्रिवेदी, दादी मां, बड़े पापा सुनील त्रिवेदी, चाचा विजय त्रिवेदी, चचेरी बहन भावना त्रिवेदी, चचेरे भाई मानस त्रिवेदी, ग्राम प्रधान मनोज त्रिवेदी, राकेश त्रिवेदी उर्फ आलू महराज सहित परिजनों का रो-रो कर बुराहाल है। शनिवार को जिसका अंतिम संस्कार गांव में ही किया गया। संजय मोहन त्रिवेदी के सरल एवं मिलनसार व्यक्तित्व के कारण जिसने भी उनके बेटे की मौत की खबर सुनी दुखी हो गया। यही कारण है कि अनुराग त्रिवेदी की अन्तिम दर्शन यात्रा में पूर्व विधायक रामलाल अकेला, वर्तमान विधायक श्याम सुन्दर भारती, एमएलसी प्रतिनिधि विनय वर्मा, बछरावां चेयरमैन रामजी, मनोज त्रिपाठी एवं उनके विद्यालय परिवार के साथ ही तीन से हजार लोग मौजूद रहे।
मृतक अनुराग का फोन गायब
स्कूल से बछरावां जाते समय अनुराग का फोन उसी के पास था, नहीं उसे कोई चिंता थी और न ही चेहरे पर कोई शिकन। बताते हैं कि उसका शव रेलवे ट्रैक पर मिलने के पहले से स्वीच ऑफ जा रहा। दूसरी बात उसके पास बछरावां से तेलीबाग के लिए बस का टिकट मिला है, जबकि उसका शव रेलवे ट्रैक पर पड़ा मिला। परिजन एवं क्षेत्र के लोग साइवर क्राइम के चलते अनुराग की मौत होने की आशंका जता रहे हैं।

दबाव और प्रभाव में खब़र न दबेगी,न रुकेगी