Tragic death of three youths in road accident, one serious

कमेटी ने पांच गांवों की रिपोर्ट सौंपी , दिनभर चलती रही माथापच्ची

रायबरेली : सलोन ब्लॉक के पांच गांवों में 19,184 फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनाने की जांच सोमवार को पूरी हो गई। प्रमाणपत्रों के सत्यापन के लिए गांवों में जिला मुख्यालय से पहुंची तीन सदस्यीय कमेटी के साथ पूरे दिन जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीआरओ) सौम्य शील सिंह ने साक्ष्यों का परीक्षण किया। जल्द ही जांच रिपोर्ट तैयार करके यूपी एटीएस के साथ ही उच्चाधिकारियों को सौंपेंगे।

सलोन कोतवाली क्षेत्र के सिरसिरा, लहुरेपुर, नुरुद्दीनपुर, गोपालपुर उर्फ अनंतपुर, गढ़ी इस्लाम नगर में ग्राम विकास अधिकारी (वीडीओ) विजय सिंह यादव की यूजर आईडी और पासवर्ड से फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनाए गए। फर्जीवाड़े का खुलासा होने के बाद आरोपी वीडीओ की तैनाती वाले सभी गांवों में 2020 से बनाए गए प्रमाणपत्रों की जांच के लिए कमेटी गठित की गई। पहले चरण में पांच गांवों की जांच के लिए एडीओ पंचायत सलोन समेत तीन अधिकारियों की कमेटी गठित की गई।

सोमवार को पांच गांवों में जारी फर्जी प्रमाणपत्रों की जांच के बाद कमेटी के साथ डीपीआरओ ने एक-एक प्रमाणपत्र का परीक्षण किया। उम्मीद है कि मंगलवार को फाइनल रिपोर्ट तैयार हो जाएगी। अब तक की जांच में कई राज्यों के लोगों के नाम फर्जी प्रमाणपत्र जारी करने के साक्ष्य मिले हैं। वहीं, जिन लोगों के नाम प्रमाणपत्र बनाए गए हैं, उनके गांव में रहने के साक्ष्य नहीं मिले।

इन 15 गांवों में अब शुरू हो रही प्रमाणपत्रों की जांच
अब पाल्हीपुर, दुबहन, पृथ्वीपुर, अवनानीश, माधवपुर निनौया, सांडा सैदन, लहुरेपुर गांवों में जन्म प्रमाणपत्रों की जांच शुरू होगी। इसके अलावा छतोह ब्लॉक की ग्राम पंचायत बारा, निनावां, गढ़ा, महानंदपुर, बरावां, बढ़ौना, दोस्तपुर बुढ़वारा, महमदपुर नमकसार में भी चार साल में बने प्रमाणपत्रों की टीम जांच करेगी।

तीन सदस्यीय कमेटी की पांच ग्राम पंचायतों से संबंधित जांच पूरी हो गई। सोमवार को रिपोर्ट व प्रमाणपत्रों का परीक्षण किया गया। उच्चाधिकारियों को जल्द ही रिपोर्ट भेजी जाएगी। अन्य 15 गांवों के प्रमाणपत्रों की भी जल्द जांच शुरू होगी।

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