Swapnil Kusale: कौन हैं भारत को ओलंपिक में ऐतिहासिक कांस्य दिलाने वाले स्वप्निल? पढ़ें उनकी संघर्ष भरी कहानी
श्री डेस्क : पुणे में जन्मे भारतीय निशानेबाज स्वप्निल कुसाले ने पेरिस ओलंपिक में पुरुषों की 50 मीटर 3-पोजिशन स्पर्धा में भारत को ऐतिहासिक कांस्य पदक दिलाया है। वह इस स्पर्धा में भारत के लिए ओलंपिक पदक जीतने वाले पहले एथलीट हैं। वह क्वालिफिकेशन राउंड में सातवें स्थान पर रहे थे। राइफल थ्री पोजिशन में निशानेबाज तीन पोजिशन में निशाना लगाता है। इनमें नीलिंग यानी घुटने के बल बैठकर, प्रोन यानी पेट के बल लेटकर और स्टैंडिंग यानी खड़े खड़े शॉट लगाया जाता है।
वहीं, फाइनल में भी नीलिंग और प्रोन राउंड के बाद स्वप्निल छठे स्थान पर चल रहे थे। स्टैंडिंग पोजिशन में उन्होंने जबरदस्त वापसी की और अपने पहले ही ओलंपिक में भारत को पदक दिलाया। कुसाले ने क्वालिफिकेशन राउंड में प्रभावशाली प्रदर्शन किया और 60 शॉट में 590 अंक के साथ शीर्ष आठ निशानेबाजों में स्थान हासिल किया था, जिसमें 38 इनर 10 शामिल हैं। कुसाले के साथ एक और भारतीय निशानेबाज ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर क्वालिफिकेशन राउंड में 589 अंकों के साथ 11वें स्थान पर रहे थे। कुसाले की पदक जीतने तक की यात्रा संघर्षों से भरी रही है।
6 अगस्त 1995 को पुणे में जन्मे स्वप्निल कुसाले कृषि पृष्ठभूमि से आते हैं। स्वप्निल ने शूटिंग में अपनी यात्रा 2009 में शुरू की, जब उनके पिता ने उन्हें महाराष्ट्र के क्रीड़ा प्रबोधिनी में दाखिला दिलाया, जो एक प्राथमिक खेल कार्यक्रम है। एक साल के गहन प्रशिक्षण के बाद, स्वप्निल ने अपने खेल करियर के रूप में शूटिंग को चुना। उनके समर्पण और प्रतिभा को जल्द ही पहचान लिया गया और 2013 में उन्हें लक्ष्य स्पोर्ट्स से प्रायोजन मिला।
शूटिंग की दुनिया में कुसाले की उपलब्धियां उल्लेखनीय हैं। उन्होंने कुवैत में 50 एशियाई शूटिंग चैंपियनशिप में 3 मीटर राइफल प्रोन 2015 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था। इसके अलावा उन्होंने गगन नारंग और चैन सिंह जैसे प्रसिद्ध निशानेबाजों को पीछे छोड़ते हुए तुगलकाबाद में 59वीं राष्ट्रीय शूटिंग चैंपियनशिप जीती थी। उन्होंने तिरुवनंतपुरम में 61वीं राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में इस सफलता को दोहराते हुए 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन स्पर्धा में एक और स्वर्ण पदक हासिल किया।
स्वप्निल काहिरा में 2022 विश्व चैंपियनशिप में चौथे स्थान पर रहे थे, जिससे भारत के लिए ओलंपिक कोटा स्थान अर्जित किया था। पुणे में जन्मे निशानेबाज ने 2022 एशियाई खेलों में टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता और बाकू में 2023 विश्व कप में मिश्रित टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक के साथ-साथ व्यक्तिगत और टीम स्पर्धाओं में दो रजत पदक जीते।
कुसाले ने 2022 विश्व चैम्पियनशिप में टीम स्पर्धा में कांस्य पदक और नई दिल्ली में 2021 विश्व कप में टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक भी जीता था। उनकी सफलता की बदौलत उन्हें जरूरी गैजेट्स की खरीद, एक व्यक्तिगत कोच के साथ घरेलू प्रशिक्षण और टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (टॉप्स) के जरिये 17,58,557 रुपये की वित्तीय सहायता के तहत सहायता द्वारा समर्थित रही। स्वप्निल की पुणे में एक होनहार युवा निशानेबाज से एक ओलंपिक मेडलिस्ट बनने की यात्रा उनके असाधारण कौशल, समर्पण और उनके पूरे करियर में मिले व्यापक समर्थन को उजागर करती है।