जन्म मृत्यु पंजीकरण के कार्य में तेजी लाएं, ग्रामीण क्षेत्रों में कोई भी केस अपंजीकृत न रहने पाए : ज़िलाधिकारी
मुन्ना सिंह /बाराबंकी : ज़िलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने कहा कि जन्म मृत्यु पंजीकरण योजना के अंतर्गत सीआरएस पोर्टल पर पंजीकरण की संख्या में अपेक्षित सुधार किया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि ग्रामीण क्षेत्रों में जन्म मृत्यु के कोई भी केस अपंजीकृत न रहने पाएं।
ज़िलाधिकारी आज इस योजना के सम्बंध में अंतर्विभागीय समन्वय समिति की ऑनलाइन बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी एकता सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अवधेश कुमार यादव सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे। ज़िलाधिकारी ने निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत सचिव, आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की एक समिति बनाकर इस कार्य की मुख्य विकास अधिकारी स्तर पर समीक्षा की जाए। उन्होंने कहा कि प्रधान को भी आवश्यक हो तो इसमें शामिल कर लें।
ज़िलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने इस बात पर विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश दिए कि ग्राम स्तर पर तथा व्यक्तिगत एवं संस्था स्तर पर जो आईडी क्रिएट की गई हैं, उनमें से एक्टिव नहीं रहने वाली आईडी को एक्टिवेट किया जाए। उन्होंने सभी अधिशासी अधिकारियों को भी निर्देश दिए कि वे अपने स्तर पर पंजीकरण रजिस्टर आदि की औपचारिकता की गहन समीक्षा करें और इस कार्य की निर्धारित प्रक्रिया का पालन अवश्य सुनिश्चित कराएं। ज़िलाधिकारी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में इस बारे में लोगों के बीच जागरूकता की भी कमी है। इसे दूर करने के लिए भी आशा और आंगनबाड़ी कार्यकत्री को सक्रिय किया जाए और पंचायत भवन को इस कार्य के लिए भी प्रयोग किया जाए।
ज़िलाधिकारी ने कहा कि घर में होने वाली मृत्यु के पंजीकरण के लिए गांव के लोगों को इस बारे में बताया जाए। ज़िलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी से कहा कि इस कार्य में लगे हुए सभी लोगों के लिए ऑनलाइन प्रशिक्षण की व्यवस्था करें और इसकी प्रक्रिया को समझाने के लिए वीडियो बनवा लिया जाए जिसमें प्रक्रिया के पालन को स्पष्ट रूप से दिखाया बताया गया हो। उन्होंने कहा कि इसमें पोर्टल की तकनीक को भी समझाने में प्रयोग किया जाए।