भारत के इतिहास में शहीद लालचन्द्र जैसा कोई मिशाल नहीं
- आजादी के हुतात्मा लालचन्द्र स्वर्णकार बलिदान दिवस पर श्रद्धाँजलियाँ
रायबरेली, 26 दिसम्बर, 2022! प्रथम स्वतन्त्रता संग्राम 1857 के अमर शहीद लाल चन्द्र स्वर्णकार का बलिदान दिवस खोया मण्डी स्थित शहीद प्रतिमा पर मार्ल्यापण करके विभिन्न संगठनों द्वारा श्रद्धाँजलियाँ दी गयीं।
श्रद्धाँजलि कार्यक्रम में अमर शहीद लालचन्द्र स्वर्णकार संस्थान के उपाध्यक्ष पं0 कृष्णाकान्त त्रिपाठी ने कहा कि भारत के इतिहास में शहीद लालचनद्र स्वर्णकार जैसा कोई मिशाल नहीं है, जिसके पूरे पविार ने आजाी के संग्राम में प्राणाहुति दी और आज हम आजाद हैं। लालचन्द्र शोध संस्थान के सचिव इन्द्र कुमार वर्मा ने शहीद लालचन्द्र के बलिदान को अप्रतिम बताते हुए अपनी श्रद्धाँजलि दीं।
श्रद्धाँजलि समारोह में सेवारत स्वर्णकार संस्थान के संरक्षक भौमेश कुमार सोनी, शिक्षक नेता शिव नारायण सोनी ने अमर शहीद लालचन्द्र स्वर्णकार की कुर्बानी को नयी पीढ़ी के लिए अनुकरणीय बताया। समाजवादी व्यापार सभा के जिलाध्यक्ष एवं प्रान्तीय व्यापारी नेता मुकेश रस्तोगी ने कहा कि स्वर्णकार समाज सदैव देशभक्ति, समाजसेवा में आगे रहा है।
भाजपा नेता रमेश सोनी ने कहा कि अमर शहीद लालचन्द्र स्वर्णकार के बलिदान से हम समाज को जागृत करेंगे। इस अवसर पर स्वर्णकार संघ के नगर मन्त्री विजय कुमार वर्मा, आदर्श स्वर्णकार कल्याण समिति के अध्यक्ष ओरीलाल वर्मा, व्यापारी नेता चन्द्रिका प्रसाद भुन्दल, अध्यक्ष शिवशरण लाल वर्मा, महामंत्री गोविन्द सोनी, रजत वर्मा ने अपने श्रद्धाँजलि में कहा कि शहीद लाल चन्द्र स्वर्णकार के बलिदान से हमें देश प्रेम, राष्ट्रभक्ति, सामाजिक एकता की सीख लेनी चाहिए।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से श्याम मोहन रस्तोगी, बैजनाथ वर्मा, सियाराम वर्मा, प्रमोद कुमार वर्मा, सतीश सोनी, सूरज बर्फानी, केपी वर्मा, शिवमोहन सोनी, दुर्गा प्रसाद वर्मा, सन्तोष सोनी, धीरज सोनी, रामकिशोर रस्तोगी, मुन्ना सोनी, शिवांशु मोहन, कमलेश चौधरी, प्रेमशंकर वर्मा, मनीराम वर्मा ने अमर शहीद लालचन्द्र स्वर्णकार को अपनी श्रद्धाँजलि दी। कार्यक्रम का सफल संचालन एस.एन. सोनी ने किया एवं आभार ज्ञापन शिवशरण लाल वर्मा ने किया।