युवक की मौत से परिवार पर टूटा मुसीबतों का पहाड़
- मृतक का शव गांव पहुंचते ही मच गया कोहराम
अंगद राही /शिवगढ़,रायबरेली। असमय काल के गाल में समा गये क्षेत्र के मठ गोंसाई मजरे दहिगवां गांव के रहने वाले मृतक नीलेश का शव रविवार को शायंकाल घर पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों के करुण क्रन्दन से समूचा गांव कराह उठा। गौरतलब हो कि शनिवार को शायंकाल मठ गोसाईं गांव के रहने वाले छोटे लाल रावत का 18 वर्षीय बेटा नीलेश शोभायात्रा में शामिल था जिसने साथियों के साथ डीजे की धुन पर डांस भी किया।
शोभायात्रा के वापस लौटते समय गांव के किनारे वह अचानक गस खाकर गिर पड़ा था जिसे लोगों ने निजी वाहन से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शिवगढ़ पहुंचाया था जहाँ डॉक्टर ने प्राथमिक स्वास्थ्य परीक्षण के पश्चात युवक को मृत घोषित कर दिया था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेज दिया था। रविवार को शायंकाल पीएम से वापस लौटने के बाद मृतक का शव गांव पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया, जिसका गांव में ही अंतिम संस्कार किया गया। थानाध्यक्ष अरविन्द सिंह ने बताया अभी पीएम रिपोर्ट नही आई है।
पांच माह पूर्व हुई थी नीलेश की मां की आकस्मिक मौत
मृतक नीलेश छोटेलाल रावत के 2 बेटों में छोटा था। जिसने इसी वर्ष इण्टरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की थी, 5 माह पूर्व जिसकी मां बाबूदेई कि अचानक तबीयत बिगड़ने से उनकी मौत हो गई थी। मां की मौत के बाद परिवार पर आई मुसीबत के चलते वह स्नातक की पढ़ाई के लिए नाम नहीं लिखा पाया था। जो घर पर ही रहकर घरेलू काम काज किया करता था। नीलेश की मौत से एक बार फिर से परिवार पर मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा है, परिवार में 6 माह के अन्दर हुई दूसरी हृदय विदारक घटना से पिता छोटेलाल, बड़े भाई दुर्गा प्रसाद, छोटी बहन रीना का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक के घर पहुंचे पूर्व दहिगवां प्रधान प्रतिनिधि पवन शुक्ला ने परिजनों को ढाढ़स बंधाते हुए हर सम्भव मदद का भरोसा दिया।