अति कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य की जांच के लिए मेगा शिविर आज
Report – Upendra Sharma
बुलंदशहर। जनपद के समस्त स्वास्थ्य केंद्रों पर शून्य से पांच साल तक के अति कुपोषित श्रेणी के बच्चों के लिए शनिवार को मेगा शिविर का आयोजन किया जाएगा। शिविर में जांच के आधार पर अति कुपोषित बच्चों को दवा उपलब्ध कराई जाएगी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ विनय कुमार सिंह ने बताया- कुपोषित बच्चों को गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। बीमारियों से बचाव के लिए उनका सुपोषित होना जरूरी है। उन्होंने बताया पहला शिविर शनिवार को और दूसरा शिविर 27 मई को लगेगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ विनय कुमार सिंह ने बताया- जनपद के समस्त विकास खंडों में 3534 बच्चे अति कुपोषित श्रेणी के हैं। इनकी जांच व उपचार के लिए शनिवार को जनपद के समस्त स्वास्थ्य केंद्रों पर मेगा शिविर का आयोजन किया जा रहा है, जहां जांच के बाद जरूरत के अनुसार उन्हें दवा दी जाएगी। परिजनों के सहयोग से एकीकृत बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के कर्मचारी बच्चों को लेकर मेगा शिविर में पहुंचेंगे और उनकी जांच कराएंगे। चिकित्सकों की जांच के आधार पर बच्चों की श्रेणी बनाई जाएगी। स्वास्थ्य विभाग से समन्वय कर ऐसे कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर जनपद को शत्-प्रतिशत कुपोषण मुक्त बनाया जायेगा। इसी प्रकार बच्चों के स्वास्थ्य की जांच, औषधि वितरण, अभिभावकों के लिए परामर्श कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस दौरान बच्चों को भोजन उपलब्ध करवाने व साफ सफाई की जिम्मेदारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं, समन्वयकों को सौंपी गयी है।
कार्यवाहक जिला कार्यक्रम अधिकारी हरिओम बाजपेई ने कहा – छह माह से ऊपर के बच्चे को माँ के दूध के अलावा दो कटोरी मसला हुआ खाना दिनभर में थोड़-थोड़ा कर के खिलाना चाहिए। आठ से 10 माह के बच्चे को माँ के दूध के अलावा तीन कटोरी अर्द्ध ठोस पदार्थ प्रतिदिन आहार के रूप में देना चाहिए। कुपोषण से बचाव के लिए तीन साल के बच्चे को दिन में दो कप दूध, डेढ़ से दो कटोरी उबली दाल खिलानी चाहिए। उन्होंने कहा बच्चों को स्वच्छ पानी ही देना चाहिए, कोई संक्रमण होने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।