मायावती के ट्वीट से यूपी के सियासी गलियारों में अटकलें तेज
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान को इन दिनों सभी राजनीतिक दलों से सहानुभूति मिल रही है, कहा जा रहा है कि आजम खान समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से नाराज चल रहे हैं और सभी दल इस बात का फायदा उठाना चाह रहे हैं। आजम खान के लिए क्या बसपा भी एक विकल्प हो सकती है इस बात के कयास लगने शुरू हो गए हैं। गुरुवार को उनके समर्थन में मायावती द्वारा किए गए ट्वीट में सियासी सरगर्मियां बढ़ा दी हैं।
गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से आजम खान से अलग-अलग राजनीतिक दल के नेता मिलने जा रहे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद कृष्णन, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव और भी कई दिग्गज नेता आजम खान के प्रति अपनी सहानुभूति व्यक्त कर रहे हैं। कांग्रेस के एक नेता ने तो उनके नाम के पोस्टर भी छपवा दिए थे।
इतना ही नहीं राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने भी आजम खान के घर जाकर उनकी पत्नी पूर्व सांसद तंजीन फातमा और बेटे सपा विधायक अब्दुल्ला आजम से मुलाकात की थी।
जाहिर है यूपी की राजनीति में मुस्लिम वोटों को साधने के लिए अचानक आजम खान की डिमांड बढ़ गई है। गुरुवार को बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने अपने ट्वीट में आजम के बहाने बीजेपी पर मुस्लिमों को टारगेट करने का आरोप लगाया है और अपने मुस्लिम वोट बैंक को भी साधने का प्रयास किया।