Mahakumbh: उत्तराखंड नहीं, यूपी के इस जिले की रहने वाली हैं हर्षा रिछारिया, कुंभनगरी में इसलिए छिड़ा था विवाद

श्री डेस्क  : सोशल मीडिया पर ट्रोल हुईं हर्षा रिछारिया यूपी के इस जिले की रहने वाली है। भगवा कपड़ों में अखाड़ों के साथ स्नान करने के बाद से कुंभ नगरी में विवाद छिड़ गया था।

हाल ही में सोशल मीडिया पर ट्रोल होने वालीं हर्षा रिछारिया मूल रूप से झांसी जिले के मऊरानीपुर कस्बे की रहने वाली हैं। भगवा कपड़ों में अखाड़ों के साथ स्नान करने के बाद से उन्हें लेकर कुंभ नगरी में विवाद छिड़ गया था। इसके चलते उन्होंने कुंभ नगरी छोड़ने तक का मन बना लिया था।

हर्षा मूल रूप से यू-ट्यूबर हैं। उनका जन्म झांसी के मऊरानीपुर में हुआ। बाद में उनका परिवार भोपाल चला गया। हर्षा अब उत्तराखंड में रहती हैं। हर्षा ने निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि से गुरु दीक्षा ली थी। मकर संक्रांति पर्व पर अखाड़ों के अमृत स्नान के दौरान हर्षा ने भगवा वस्त्र पहनकर गंगा में डुबकी लगाई।

इसके बाद से महाकुंभनगरी में विवाद छिड़ गया। ज्योतिष पीठ पीठाधीश्वर एवं शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरनंद ने इसकी निंदा करते हुए इसे सनातन धर्म का अपमान बताया। उनके साथ ही शांभवी पीठाधीश्वर आनंद स्वरूप ने भी मोर्चा खोल दिया।

संतों के विरोध पर मामले ने पकड़ा था तूल
उन्होंने मॉडल हर्षा के भगवा वस्त्र पहनकर स्नान करने को त्याग की परंपरा को भोग की परंपरा में तब्दील होना ठहराया। संतों के विरोध की वजह से सोशल मीडिया पर भी मामले ने तूल पकड़ लिया। बृहस्पतिवार रात इन बातों पर दुख जताते हुए हर्षा ने कुंभ नगरी को छोड़ने का एलान कर दिया था।

अपने गुरु को अपमानित होते नहीं देख सकती’
उन्होंने एक वीडियो के जरिये कहा कि एक युवा होने के नाते वह यहां सनातन धर्म को करीब से समझने आई थी, लेकिन वह अपने गुरु को अपमानित होते नहीं देख सकती। इस वजह से वह समय से पहले ही कुंभनगरी को छोड़कर यहां से जाने का मन बना रही हैं।

स्वामी कैलाशानंद गिरि ने पूरे विवाद को ठहराया गैरजरूरी
उधर, आचार्य महमंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि ने इस पूरे विवाद को गैरजरूरी ठहराया। उनका कहना है कि जिस तरह से उनके अन्य अनुयायियों ने स्नान किया, उसी तरह से हर्षा ने भी स्नान किया था। उसे साध्वी की कोई दीक्षा नहीं दी गई है।

साध्वी वेश में संगम की रेती पर घूमती नजर आईं हर्षा
उधर, भगवा चोला ओढ़कर संन्यासिनी बनने का ढोंग फैलाने के आरोपों के बाद निरंजनी अखाड़े के आचार्य शिविर से आंखों में आंसू लेकर लौटने का दावा करने वाली मॉडल हर्षा रिछारिया शुक्रवार को महाकुंभ मेले में घूमती नजर आईं। वह सेक्टर 11 के पास तस्वीरों में कैद कर ली गईं। सेक्टर 11 हर्षा के गुरु निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि के शिविर के सामने है।

रो-रोकर महाकुंभ से जाने का वीडियो हुआ था वायरल
प्रथम अमृत स्नान में निरंजनी अखाड़े के आचार्य रथ पर हर्षा के साध्वी वेश में शाही सवारी करने का शांभवी पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप की ओर से विरोध किए जाने के बाद दो दिन पहले रो-रोकर महाकुंभ से वापस जाने का उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।

साध्वी वेश में माथे पर त्रिपुंड और भगवा वस्त्र धारण कर महाकुंभ में शुक्रवार को मॉडल हर्षा रिछारिया गंगेश्वर पांटून पुल से आगे सेक्टर 11-12 के बीच सफेद रंग की कार पर सवार होकर निकलीं। सेक्टर 12 के पास उन्होंने गंगा दर्शन भी किया। तिलक लगाकर वह कार में मोबाइल पर चैटिंग करती रहीं।

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