यूपी में दो साल बाद कांवड़ यात्रा शुरू, निर्धारित मार्गों पर खुले में मांस की बिक्री पर रोक
कोरोना महामारी के बाद उत्तर प्रदेश में दो साल बाद कांवड़ यात्रा शुरू होने जा रही है. आपको बता दे की कांवड़ यात्रा के लिए तैयारियां जोरों पर है. वहीँ, यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार दो साल के अंतराल के बाद शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा के लिए निर्धारित मार्गों पर खुले में मांस की बिक्री पर रोक लगाने के लिए तैयारी कर रही है. अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय, जिला और पुलिस प्रशासन इसे सुनिश्चित करने के लिए मांस व्यापारियों से संपर्क कर रही है. इस साल 14 जुलाई से शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा के लिए व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं. कोरोना संक्रमण की वजह से साल 2020 और 21 में कांवड़ यात्रा आयोजित नहीं की गई थी. वहीँ सावन के महीने में भगवान शिव के भक्त हरिद्वार में गंगा नदी से जल लाने के लिए जाते हैं, जिसे वे अपने घरों या आसपास के मंदिरों में सोमवारी या फिर शिवरात्रि के दिन चढ़ाते हैं.
वहीँ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में एक बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह कांवड़ यात्रियों द्वारा निर्धारित की जाने वाली सड़कों को साफ करें और उन स्थानों पर खुले में मांस की बिक्री पर रोक लगाने के अलावा, लाइट और सफाई के साथ-साथ प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था करें. अतिरिक्त मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने कहा, ‘मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए राज्य भर में सुरक्षित और शांतिपूर्ण तरीके से कांवड़ यात्रा सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं.’
वहीँ, बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने कहा, ‘हमने मांस व्यापारियों से संपर्क किया है और उन्हें यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि खुले में मांस की बिक्री न हो. व्यापारियों ने हमें इसका आश्वासन दिया है.’
बिजनौर के पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह ने कहा कि उन्होंने मांस व्यापारियों से भी इसी तरह की अपील की है, जिन्होंने आश्वासन दिया है कि कांवड़ियों के रास्ते में मांस की बिक्री नहीं होगी. राज्य भर के जिला अधिकारियों ने कांवड़ यात्रा के लिए निर्धारित सड़कों की मरम्मत का काम शुरू कर दिया है और मेरठ के संभागीय आयुक्त सुरेंद्र सिंह ने कहा की, ‘हाल ही में मैंने विभाग के सभी जिलों के अधिकारीयों के साथ बैठक की और कांवड़ यात्रा की व्यवस्था करने का काम जोरों पर चल रहा है.’ उन्होंने बताया की, ‘अधिकारी मार्ग में उचित स्वच्छता की व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था और महत्वपूर्ण स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने समेत छोटी-छोटी बातों पर ध्यान दिया जा रहा हैं.’