श्रीमद् भागवत कथा में आचार्य जी ने भक्तों को किया भाव विभोर
रिपोर्ट :- निशांत सिंह
परसदेपुर रायबरेली:-भागवत कथा के दूसरे दिन आचार्य श्री राघवेंद्र शुक्ल महाराज जी द्वारा भक्तों को भागवत कथा का विस्तृत रसास्वादन कराया गया। भक्तगण भाव विभोर हो गए।
यजमान विजय प्रताप सिंह के यहां ग्राम बारा में हो रहे भागवत कथा में आचार्य श्री राघवेंद्र शुक्ला महाराज जी द्वारा भगवन प्रेम में लिप्त होना बताया गया। श्रोताओं आपका कल्याण सिर्फ और सिर्फ राधेश्याम में ही निहित है। सूत जी महाराज ने कहा कि जो भी भक्त देवी देवताओं के पास पूजा अर्चना करने जाता है कि उसमें उसका स्वार्थ निहित होता है।यह उसका धर्म है।
परम धर्म आप भक्तों का यह है कि आप लोग पूजा अर्चना करते समय पूरा का पूरा ध्यान भगवत प्रेम में लगाये।आप लोग पूजा करते समय भगवान अर्थात राधेश्याम में लीन हो जांए। परीक्षार्थी मांगता है कि वह 95%अंक पाये ब्यापारी कहता है कि उसका ब्यापार दिन दूना रात चौगुना बढ़े। इसी प्रकार सभी लोग कुछ न कुछ आवश्यकता अनुसार जरूर मांग लेते हैं।
आप भक्तों से भागवत कथा में कहना है कि आप लोग भगवान को ही मांग लो।जब भगवान अर्थात राधेश्याम ही आपके पास रहेंगे तो आपको स्वत: सबकुछ मिल जायेगा। क्योंकि वे अन्तर्यामी हैं,उनको सब पता है कि उनके भक्तों को क्या चाहिए।आप लोग सीधे भागवत व भगवन प्रेम में लिप्त हो जाइए। अपने आप आप भक्तों को सब कुछ मिल जाएगा। इस अवसर पर कोटेदार कृष्ण कुमार यादव, कोटेदार चांद बाबू,डा राम कुमार, पूर्व प्रधान बुद्धि राम यादव, मुन्ना भाई यादव,मुन्नू सिंह, बृजेश सिंह, चौकी दार, पप्पू सिंह, आदि सैकड़ों भक्त गण उपस्थित थे।