सर्रा बाबा की कुटी में विशाल भण्डारा सम्पन्न,हजारों श्रद्धालुओं ने चखा प्रसाद
धूमधाम से निकाली गई संकट मोचन बजरंगबली की पालकी
शिवगढ़,रायबरेली। क्षेत्र के ग्राम पंचायत बैंती स्थित साधु सन्तों की प्राचीन कालीन पावन तपोस्थली सर्रा बाबा की कुटी हनुमानगढ़ी में विशाल भण्डारा सम्पन्न हुआ, भण्डारे में पहुंचे हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण कर मनोकामनाएं मांगी। गौरतलब हो कि गत वर्षो की भांति सर्रा बाबा की कुटी में विशाल भण्डारे का आयोजन किया गया। हर साल की तरह भण्डारे से पूर्व बाबा की कुटी से बजरंगबली की पालकी निकालकर कर अवधेश्वर महादेव मन्दिर, रामेश्वरम मन्दिर, नटवीर बाबा मन्दिर, मां चामुंडा देवी, विघ्न विनाशक गणेश गणेश सहित दर्जनों मन्दिर में पालकी घुमाई गई। जिसके पश्चात पूर्वाहन 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक चलें हवन पूजन में बजरंगबली सहित सभी देवी देवताओं के नाम आहुतियां डालकर भण्ड़ारे में देवी देवताओं को आमंत्रित किया गया। हवन पूजन के पश्चात शुरू हुआ भण्डारा देर रात तक चला। जिसमें पहुंचे क्षेत्र एवं दूर-दराज से हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा की कुटी में माथा टेककर प्रसाद ग्रहण कर मनोकामनाएं मांगी। भण्डारे का आयोजन सर्रा बाबा कुटी सेवा समिति एवं श्रद्धालुओं के सामूहिक सहयोग से किया गया। इस मौके पर महन्त गुरुप्रसाद, पुजारी पुत्तम दास,पवन बाजपेई,प्रधान प्रतिनिधि जानकीशरण जायसवाल ,अमित गुप्ता, समाजसेवी राजू भैया उर्फ राज दिक्षित हरियाणा वाले, अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के पूर्व जिलाध्यक्ष राकेश त्रिवेदी, दीपक अवस्थी, रामनरायण विश्वकर्मा, अवधेश जायसवाल, मानिक गुप्ता, प्रदीप गुप्ता, रामचन्द्र गुप्ता, हरिज्ञान जायसवाल, जय विजय शंकर शर्मा, श्रवण बाजपेई, अंबिका प्रसाद दीक्षित, हरिनाम सिंह गोपाल जायसवाल आदि लोगों उपस्थित रहे। मान्यता है कि बाबा की कुटी में 5 मंगलवार सच्चे मन से आने से श्रद्धालुओं की हर मनोकामना पूर्ण हो जाती है।
बाबा की तपोस्थली से जुड़ी सच्ची घटना
घटना नम्बर -1 : 4 वर्ष पूर्व बाबा की कुटी से बजरंगबली की पालकी निकालकर मन्दिर-मन्दिर घुमाई जा रही थी तभी डीजे पर बैठे 3 युवाओं की गर्दन 11,000 लाइन के तारों में उस समय फंस गई जल विद्युत आपूर्ति चल रही थी। तारों से निकलती चिंगारियों एवं बच्चों के भरभरा कर गिरने से हड़कम्प मच गया किन्तु तीनों युवाओं को खरोच तक नहीं आई बाबा की कृपा से तीनों बिल्कुल सुरक्षित बच गए।
घटना नम्बर-2 : 5 वर्ष पूर्व बाबा की कुटी में बजरंगबली के प्राचीन कालीन मन्दिर के स्थान पर नया मन्दिर बनाने के लिए जैसे ही साधु संतों द्वारा स्थापित बजरंगबली की छोटी सी मूर्ति उठाई गई देखते ही देखते पूरा मन्दिर मलबे में तब्दील हो गया। हालांकि किसी प्रकार से कोई हताहत नहीं हुआ
घटना नम्बर -3 : साढ़े तीन वर्ष पूर्व देर शाम एक चोर बाबा की कुटी में चोरी करने आया चोर काफी प्रयासों के बावजूद चोरी करने में सफल रहा लोगों को रात में कुटी की ओर आता देख चोर जैसे ही भागने का प्रयास किया सड़क के किनारे स्थित पेड़ से टकराकर घायल हो गया और पहले अस्पताल फिर जेल पहुंच गया।
घटना नम्बर – 4 : बाहर से मन्दिर निर्माण करने आए पिता-पुत्र की नियति गन्दी होते ही जेल पहुंच गए।
दबाव और प्रभाव में खब़र न दबेगी,न रुकेगी