शिवगढ़ कांग्रेस कार्यालय में डॉ.मनमोहन सिंह को दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह के निधन से हुई देश की अपूर्णनीय क्षति : दिनेश
शिवगढ़,रायबरेली। नगर पंचायत के भवानीगढ़ चौराहा स्थित कांग्रेस ब्लॉक कार्यालय में देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। श्रद्धांजलि सभा का आयोजन कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष एडवोकेट गौरव मिश्रा के नेतृत्व में आयोजित किया गया। कांग्रेसियों ने मनमोहन सिंह की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि देने के साथ ही 2 मिनट का मौन धारण कर उनकी आत्मा की शान्ति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।एडवोकेट गौरव मिश्रा ने स्वर्गीय प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि
1991 में जब डॉ. मनमोहन सिंह भारत के वित्त मंत्री बने, तब देश एक बहुत बड़े आर्थिक संकट से घिरा हुआ था। इतिहास इस बात का गवाह है कि अगर मनमोहन सिंह न होते तो आप दूरदर्शन ही देख रहे होते, क्योंकि 1991 तक भारत में महज़ एक टीवी चैनल मौजूद था, वो भी सरकारी चैनल दूरदर्शन। मनमोहन सिंह ने कहा था कि भविष्य को समझना है तो इतिहास पढ़िए, कहा ये भी जाता है कि भविष्य का निर्धारण करने में इतिहास एक शिक्षक होता है। ये बातें उन्होंने अर्थशास्त्र के शिक्षक से आरबीआई गवर्नर, फिर वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री पद तक पहुंचने से 9 साल 359 दिन पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही थी। जीवन को खुली किताब बताने वाले देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को इतिहास कैसे याद करेगा। गुरुवार की रात 9 बजकर 51 मिनट पर 92 वर्ष की आयु में अंतिम सांस लेने वाले मनमोहन सिंह ने भ्रष्टाचार के आरोप से लेकर मजबूत प्रधानमंत्री होने तक की शंकाओं को लेकर उठते सवालों पर सिर्फ एक जवाब दिया था फैसला इतिहास करेगा। जिला सचिव दिनेश यादव, कसना न्याय पंचायत अध्यक्ष रामकिशोर मौर्य, शिवगढ़ नगर पंचायत उपाध्यक्ष अशोक यादव, संगीत मिश्रा ने नम आंखों से भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि डॉ मनमोहन सिंह के निधन से देश की अपूर्णनीय क्षति हुई है राष्ट्रहित में जिनके द्वारा किए गए सराहनीय कार्यों को कभी भुलाया नहीं जा सकता। इस मौके पर गिरिजेश श्रीवास्तव, चन्द्रलाल पासी, निर्मल त्रिवेदी, बृजेश गोस्वामी, रामू रावत, तुलसीराम, सोमनाथ मौर्य, बृजेंद्र द्विवेदी, नीरज, जायसवाल, अंशू जायसवाल, सखाराम, राजेंद्र कुमार रावत, रमाकांत अग्निहोत्री आदि लोग उपस्थित।

दबाव और प्रभाव में खब़र न दबेगी,न रुकेगी