विद्युत विभाग का खेल निराला ! बगैर कनेक्शन के थमा दी गई कुर्की के पूर्व की अन्तिम नोटिस
- 27 पहले साल पहले उपभोक्ता ने कटवा दिया था विद्युत कनेक्शन
- कुर्की के पूर्व की अंतिम नोटिस मिलने से पीड़ित परिवार सदमे में
शिवगढ़,रायबरेली। विद्युत विभाग का खेल निराला, 27 साल पहले विद्युत कनेक्शन कटवाने के बाद भी उपभोक्ता को कुर्की के पूर्व की अंतिम नोटिस देकर बकाया बिल जमा करने के लिए विद्युत विभाग द्वारा दबाव बनाया जा रहा है। जिससे विद्युत उपभोक्ता एवं उसका परिवार सदमे में है।
गौरतलब है कि शिवगढ़ क्षेत्र के देहली गांव के रहने वाले गोरखनाथ तिवारी ने 1980-1990 के दरम्यान में जनता कनेक्शन, कनेक्शन संख्या 0149 / 049545 लिया था। किन्तु सही तरीके से विद्युत आपूर्ति न मिल पाने के कारण उन्होंने इसे 23 जून सन 1995 को स्थाई रूप से कटवा दिया था। जिसके पश्चात ना तो उनका विद्युत बिल आया और ना ही किसी प्रकार की कभी नोटिस दी गई। 10 दिसम्बर 2022 को गोरखनाथ तिवारी और उनका परिवार उस समय सदमे में पड़ गया जब उन्हें 5 दिसम्बर 2022 की तिथि डालकर बैक डेट में 45781 रुपए की कुर्की के पूर्व की अंतिम नोटिस थमाकर बकाया बिल जमा करने की बात कहते हुए कहा गया कि बकाया विद्युत बिल 45756 व 25 रुपये नोटिस व्यय को मिलाकर कुल 45781 रुपए जमा करवा दो वरना कुर्की हो जाएगी, जिससे गोरखनाथ तिवारी का परिवार सदमे में पड़ गया।
पीड़ित गोरखनाथ तिवारी बताते हैं कि वर्तमान में उनके घर में कनेक्शन संख्या एमजी 330448303771 संचालित है जिसका बिल बराबर जमा कर रहे हैं जिसकी कोई भी राशि बकाया नहीं है। जनता कनेक्शन को उन्होंने 23 जून 1995 को कटवा कर उसकी रसीद ले ली थी। इसके बाद भी उन्हें कुर्की के पूर्व की अंतिम नोटिस देकर बकाया बिल जमा करने की बात कहते हुए दबाव बनाया जा है। इससे उनका परिवार घबराया हुआ है।
गोरखनाथ तिवारी ने बताया कि इसके संबंध में उन्होंने जब शिवगढ़ पावर हाउस में शिकायत की तो उनसे कहा गया कि यह अंतिम नोटिस है बकाया बिल जमा कर दो वरना तुम्हारे घर में कुर्की हो जाएगी।
गोरखनाथ तिवारी को दी गई नोटिस के संबंध में जब विद्युत उपकेंद्र शिवगढ़ में तैनात जेई रवि गौतम से बात की गई तो उन्होंने कहां की यदि गोरखनाथ तिवारी के पास विद्युत कनेक्शन कटवाने से संबंधित कोई रसीद है तो उसे लेकर आ जाएं अगर कोई त्रुटि हुई है तो उसे सही करा दिया जाएगा।
दबाव और प्रभाव में खब़र न दबेगी,न रुकेगी