अम्बिका दास बाबा के भण्डारे में उमड़ा आस्था का सैलाब
- बाबा के भण्डारे में हजारों भक्तों ने चखा प्रसाद
शिवगढ़,रायबरेली। क्षेत्र के ग्राम पंचायत देहली स्थित अम्बिका दास बाबा की पावन तपोस्थली पर बाबा का ऐतिहासिक भण्डारा सम्पन्न हुआ। भण्ड़ारे में भारी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा की तपोस्थली पर माथा टेककर प्रसाद ग्रहण कर मनोकामनाएं मांगी। गौरतलब है कि गत वर्षो की भांति 2 जून को अंबिका दास बाबा की पावन तपोस्थली पर विशाल भण्डारे का आयोजन किया गया।
भडारे से पूर्व प्रातः मंत्रोच्चारण के साथ सुन्दरकाण्ड पाठ शुरू हुआ। जिसके समापन पर हवन पूजन कर विशाल भण्डारे का शुभारम्भ किया गया। सायं 4 बजे से शुरू हुआ भण्डारा देर रात तक चला। जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने पूरी शिद्दत के साथ प्रसाद ग्रहण किया। भण्डारे में ग्राम पंचायत देहली के श्रद्धालुओं के साथ ही आस-पास के गांवों के लोगों ने पहुंचकर बाबा की समाधि पर माथा टेककर प्रसाद ग्रहणकर मनोकामनाएं मांगी।
महेश दीक्षित आदि ग्रामीण बताते हैं कि अंबिका दास बाबा के स्थान पर एक घना जंगल था जहां नीम के पेड़ के नीचे बैठकर अंबिका दास बाबा तप किया करते थे। शरीर त्यागने के बाद जिन्हें वहीं पेड़ के नीचे समाधि दे दी गई। जिसके पश्चात श्रद्धालुओं ने चबूतरा और बाउंड्रीवॉल का निर्माण कराकर बनाकर पूजा अर्चना शुरू कर दी। बाबा की पावन तपोस्थली पर हर बारज महाशिवरात्रि के दिन मेला लगता है। मान्यता है कि सच्चे मन से अंबिका दास बाबा की पावन तपोस्थली पर आने वाले श्रद्धालुओं की हर मनोकामना पूर्ण हो जाती है।
यह भी मान्यता है कि दुधारू, गाय भैंस के बिगड़ जाने पर उस गाय अथवा भैंस का दूध बाबा की समाधि पर चढ़ा देने से गाय और भैंस अच्छी तरह से दूध देने लगती है। इस अवसर पर महेंद्र दीक्षित , गंगा प्रसाद पांडेय, संदीप रावत,लाल बहादुर यादव, सत्यम अवस्थी सहित सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद।
दबाव और प्रभाव में खब़र न दबेगी,न रुकेगी