एसीएफ अभियान में खोज निकाले टीबी के पांच मरीज
- तीन दिन में की गयी 1.22 लाख लोगों की स्क्रीनिंग
- 232 लोगों में मिले टीबी से मिलते जुलते लक्षण
रिपोर्ट – उपेंद्र शर्मा
नोएडा। जनपद में एक्टिव केस फाइंडिंग (एसीएफ) अभियान के तहत दो दिनों में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने टीबी के पांच मरीज खोज निकाले हैं। यह जानकारी शुक्रवार को जिला क्षय रोग अधिकारी डा. शिरीश जैन ने दी।
डा. जैन ने बताया अभियान में जुटीं टीम ने तीन दिनों में करीब 1.22 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की। इस दौरान 232 लोग क्षय रोग से मिलते-जुलते लक्षणों वाले चिन्हित किए गए। जांच के बाद इनमें से पांच लोगों में टीबी की पुष्टि हुई है। पांचों मरीजों का उपचार शुरू करने के साथ ही उन्हें निक्षय पोषण योजना से भी जोड़ दिया गया है। अभियान 22 मार्च तक जारी रहेगा।
उन्होंने बताया जनपद में 92815 घरों का सर्वे किया जाना है। 185 टीम गठित की गयीं हैं, जिसमें 555 सदस्य हैं। हर पांच टीम पर एक सुपरवाइजर नियुक्त किया गया है, जो उनके काम पर नजर रखेगा। इस तरह 35 सुपरवाइजर बनाये गये हैं। उन्होंने बताया- दादरी क्षेत्र के नई आबादी, धूममानिकपुर, खेड़ा, दनकौर क्षेत्र के दनकौर नगर, रबुपुरा, ममूरा की चोटपुर कालोनी, नोएडा की जेजे कॉलोनी सेक्टर पांच, आठ व नौ, कासना क्षेत्र के कासना गांव, नट मंड़य्या गांव, भंगेल क्षेत्र के सलारपुर, भंगेल गांव और बिसरख क्षेत्र के जलपुरा, हलद्वानी कुलेसरा गांव पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया शासन के निर्देश पर जनपद में इस बार अभियान के दौरान 20 प्रतिशत आबादी की स्क्रीनिंग की जा रही है। अब तक एसीएफ के दौरान केवल 10 प्रतिशत आबादी की स्क्रीनिंग की जाती थी।
उन्होंने बताया घर-घर जा रहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम लोगों को समझा रही हैं कि टीबी को अभिशाप समझकर छिपाएं नहीं, बल्कि लक्षणों के बारे में खुलकर बताएं, जरूरत होने पर एसीएफ टीम उनकी निशुल्क जांच कराएगी और यदि जांच में क्षय रोग की पुष्टि होती है तो तत्काल निशुल्क उपचार भी शुरू कराया जाएगा। नियमित उपचार के बाद क्षय रोग पूरी तरह ठीक हो जाता है।