बेमौसम बारिश के कहर से बेबसी के आंसू बहा रहे किसान
रिपोर्ट अंगद राही
- फिर से बिगड़ा मौसम का मिजाज , सदमें में डूबे किसान
- शुक्रवार की सुबह हुई तेज बारिश ने चौपट की फसल
शिवगढ़,रायबरेली। शुक्रवार की सुबह तेज हवा के साथ हुई बेमौसम बारिश ने कृषकों के दिलों की धड़कन बढ़ा दी है। बेमौसम बारिश से बरबादी का मंजर देख किसान फिर गहरे सदमे में डूब गए हैं। गौरतलब हो कि इस बार शुरू से ही मौसम किसानों को दगा दे रहा है।
पिछले सप्ताह कई दिनों तक हुई बारिश,ओलावृष्टि एवं तेज हवा के झोंकों ने आम, गेहूं सरसों, मटर, धनिया, मसूर, आलू फूलों एवं सब्जियों की फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है।
आसमान से कहर बनकर बरसी बेममौसम बारिश एवं ओलावृष्टि ने खेतों में चारों तरफ बर्बादी के निशान छोड़ दिए हैं। बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि एवं तेज हवा के कहर से चौपट हुई फसल को लेकर पहले से सदमे में डूबे कृषक सदमें से बाहर निकल भी नहीं पाये थे कि बृहस्पतिवार को सायंकाल अचानक फिर से मौसम का मिजाज बिगड़ गया। शुक्रवार की सुबह 6 से 7 बजकर 45 मिनट तक हुई तेज बारिश ने खेतों में शेष बची फसल को भी चौपट कर दिया है।
बारिश से चौपट होती फसल को देखकर किसान बेबसी के आंसू बहा रहे हैं। किसानों को चिंता सताये जा रहे हैं कि कैसे से वे किसान क्रेडिट कार्ड और साहूकारों से लिए गए कर्ज को अदा करेंगे और कैसे परिवार का भरण पोषण करेंगे। दगा दे रहे मौसम से किसानों का विश्वास उठ गया है।
कृषकों का कहना है कि जिस समय किसानों को फसल की सिंचाई की आवश्यकता थी उस समय बारिश की एक बूंद भी नहीं गिरी। अब जब खेतों में फसल पककर तैयार हो गई है तो बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि किसानों पर सितम ढाए हुए है।
दबाव और प्रभाव में खब़र न दबेगी,न रुकेगी