कुर्सी पर सोते कर्मचारी धूप में झुलसते फरियादी सलोन तहसील बना आराम का अड्डा
रिर्पोट – निशांत सिंह
- जनता त्रस्त दिनभर मैनेजमेंट गुरुओं का सरकारी पटलों पर रहता है दखल।
सलोन/रायबरेली। अभी हाल ही में आप लोगों ने श्री समाचार में छपी एक लेख पढ़ी होगी जिसका शीर्षक था कि सूबे में योगीराज पर सलोन तहसील में अधिकारी राज! सलोन तहसील के अधिकारियों व कर्मचारियों की लचर कार्यशैली के चलते जिले के इकलौते भाजपा के पुरुष विधायक अशोक कोरी अधिकारियों के खिलाफ हाल ही में धरने पर बैठे थे किंतु इतना सब होने के बावजूद जिले की सलोन एक ऐसी तहसील जहां पर भ्रष्टाचार का कारण थमने का नाम नहीं ले रहा है ।
सरकारी पटलों पर कहीं प्राइवेट लोगों का दखल रहता तो कहीं साहबों के खास मैनेजमेंट गुरुओं का! और तो और किसी काम की सिफारिश या कोई फ़ार्म जमा करना हो तो पीछे से कागज के साथ साथ नोट चिपका कर दो तो मैनेजमेंट गुरु बड़े से बड़े कामों को करवाने का ठेका ले लेते हैं! ऐसा ही कुछ नजारा देखना है तो आप दोपहर के समय सलोन तहसील परिसर में चले आइये !जी हां अखबार में छपी इन दोनों तस्वीर को गौर से देखिए! ये दोनों तस्वीरें सलोन तहसील परिसर की हैं जिनको कैमरे में कैद कर सलोन तहसील में फैले अफसरशाही की घोर लापरवाही का साक्षात प्रमाण कहीं तो इसमें कोई अचंभित होने वाली बात नहीं हैै।
फोटो में देखा जा सकता है कि एक तरफ जहां सरकारी पटल पर कार्यरत कर्मचारी कुर्सी पर सोते हुए दिख रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ दोपहर की चिलचिलाती धूप में बीमा कंपनी में फंसे पैसे के सिलसिले में फार्म जमा करने को लेकर महिलाएं लंबी लाइन लगाकर खड़ी हैं हो कुछ भी केबिन में कुर्सियों पर बैठकर दिन काट रहे साहबों को देखकर तहसील के कुछ कर्मचारी भी पंखे का लुत्फ उठाते हुए आराम से सोकर समय काट दे रहे हैं किंतु जो महिलाएं लाइन में खड़ी थी।
उनका गुस्सा सरकार के प्रति सातवें आसमान पर था। आखिर सलोन तहसील में भी योगी राज कभी आयेगा या फिर अधिकारी राज चलता ही रहेगा इसका उत्तर मिलना मील का पत्थर साबित हो चुका है।