सपा प्रत्याशी शीला सिंह के सामने भाजपा से कौन होगा प्रत्याशी
रिपोर्ट – मुन्ना सिंह
बाराबंकी : पूर्व मंत्री एवं पूर्व विधायक संग्राम सिंह वर्मा की बहू पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शीला सिंह को समाजवादी पार्टी ने स्थानीय निकाय चुनाव में नगर पालिका परिषद बाराबंकी से अध्यक्ष पद हेतु अपना प्रत्याशी घोषित कर नगर में यह चर्चा तेज कर दी है शीला के सामने भाजपा से कौन ? प्रत्याशी होगा। भाजपा मे प्रत्याशी को लेकर अभी माथापच्ची जारी है इस बीच सपा ने अपना प्रत्याशी घोषित कर चुनाव सरगर्मी तेज कर दी है।
बुधवार को सपा द्वारा नगर पालिका अध्यक्ष पद हेतु शीला सिंह को प्रत्याशी घोषित करने के बाद नगर के मोहल्ले गलियों में यह चर्चा जोर पकड़ती जा रही है की कद्दावर नेता के परिवार की बहू एवं स्वयं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शीला के सामने भा जा पा किसे अपना प्रत्याशी बनाएगी जो शीला सिंह से टक्कर ले सके।
अगर भाजपा के भरोसेमंद सूत्रों की माने तो नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद हेतु भा जा पा से पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष शशि श्रीवास्तव, भाजपा जिला उपाध्यक्ष रचना श्रीवास्तव ,भाजपा नेता एवं पूर्व जिला अध्यक्ष संतोष सिंह की पत्नी मोनी सिंह , भाजपा नेता पंकी गुप्ता की पत्नी अनीता गुप्ता तथा छाया पटेल प्रमुख दावेदार हैं, यह दावेदारों पर भा जा पा में मंथन जारी है। नगर पालिका परिषद पर विगत 10 वर्षों से भाजपा का परचम लहरा रहा है 2012 में भाजपा प्रत्याशी रंजीत बहादुर श्रीवास्तव तथा 2017 में रंजीत बहादुर श्रीवास्तव की पत्नी शशि श्रीवास्तव भाजपा प्रत्याशी के तौर पर अध्यक्ष के रूप में काबिज रही है। वहीं सपा 2017 में दूसरे स्थान पर रही थी। इस बार समाजवादी पार्टी ने अपनी रनर प्रत्याशी पर विचार न करते हुए शीला सिंह पर दांव लगाया है।
भा जा पा के जानकार बताते हैं की पार्टी पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष शशि श्रीवास्तव ,मोनी सिंह तथा रचना श्रीवास्तव के बीच से ही अपना प्रत्याशी चुन सकती है। क्योंकि भाजपा के सामने भी एक बड़ी चुनौती है कि वह अपनी पूर्व में 10 वर्षों से जीती सीट गवाना नहीं चाहेगी और शीला सिंह को टक्कर देने वाला कद्दावर प्रत्याशी होने पर ही ऐसा संभव होगा। अब देखना होगा की भविष्य मे भा जा पा किसे अपना प्रत्याशी बनाकर मैदान में लाती है जो सपा प्रत्याशी को टक्कर दे सकता है। भाजपा की एक गलती एवं फैसला नगर पालिका परिषद की सीट सपा की झोली में डाल सकती है। क्योंकि नगर पालिका परिषद की सीट पर सीधा मुकाबला भाजपा व सपा के बीच में ही होगा।