परमिशन की आड़ में मानक से ज्यादा हो रही खुदाई, नहरों की पटरियां हो रही कमजोर सत्ताधारी नेताओ व खनन माफियाओं की चांदी
रिपोर्ट मुन्ना सिंह
बाराबंकी : बलुई मिट्टी की ऊंची कीमत की वजह से खनन माफिया ने जिले की नहर पटरियों पर नजर गड़ा दी है। हालत यह है कि सिद्धौर रजबहा की 10 मीटर चौड़ी पटरी कई स्थानों 2/3 मीटर ही बची है। अगर रोक न लगी तो आने वाले दिनों में नहरों की हालत खस्ता हो जाएगी।
जिले के खनन माफिया नहरों के दुश्मन बन गए हैं। नहर पटरियों की बलुई मिट्टी की बाजार में ऊंची कीमत मिलने से खनन कराने वालों ने नहर पटरियों पर नजर गड़ दी है। सिद्धौर स्थिति 10 मीटर चौड़ी सिद्धौर रजबहा की पटरी को खनन कराने वालों ने काट कर आधा कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक सत्ता दल विधायक के एक करीबी ठेकेदार ने नहर पटरी को काट कर क्षेत्र में ट्रैक्टर ट्राली डांफर से अवैध रुप से मिट्टी की बिक्री किया जा रहा है। और तो और सिद्धौर और तिलासिया, जमलापुर, गांव के सामने नहर पटरी काटकर खनन कराने वालों ने लाखों के वारेन्यारे कर लिए। यही हाल जमलापुर सहित कई अन्य स्थानों पर नहर पटरी काटकर नेताओं के करीबी लोग अपनी जेबें भर रहे हैं। अगर विभाग ने इसे गंभीरता से नहीं लिया और नहर पटरियों की सुरक्षा पर गौर नहीं किया तो आने वाले दिनों में नहर कटने की घटनाओं में बढ़ोत्तरी होगी। आने वाले समय में आदर्श नगर और गांवों के सामने नहर में पानी आने पर विकराल स्थिति की ओर इशारा कर रही है। वही इस संबंध में अधिशासी अभियंता नहर विभाग ने बताया कि परमिशन के आड़ में अवैध खनन कर पटरी काटने की जानकारी नही है यदि ऐसा है तो जांच किया जाएगा।