विधायक के टिकट बंटवारे में पक्षपात व बिना रणनीति के बीजेपी की डूब सकती है नैया

रिपोर्ट:- निशांत सिंह

रायबरेली। नगर पंचायत चुनाव को लेकर नामांकन का आज आखिरी दिन रहा नामांकन के आखिरी दिन रायबरेली मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर सलोन विधानसभा में भी नामांकन करने पहुंचे प्रत्याशी भाजपा समाजवादी व अन्य निर्दलीय दलों के प्रत्याशियों ने अपना पर्चा दाखिल कर नामांकन किया वही मौके पर मौजूद भाजपा पार्टी से टिकट प्राप्त की हुई प्रत्याशी , नसीराबाद से अनीशा बानो , सलोन से परमेश पटेल , तथा परशदेपुर से ओम प्रकाश मौर्य ने अध्यक्ष पद के लिए नामांकन किया तथा परशदेपुर से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में विनोद कौशल ने भी नामांकन किया तथा नसीराबाद से भाजपा प्रत्याशी अनीशा बानो से जब बात की गई तो उन्होंने बताया की आज हम भी नगर पंचायत नसीराबाद में नगर पंचायत अध्यक्ष का पर्चा दाखिल करने आए और हमारी मंशा यह है कि हम यहां की बहू और बेटी बनकर यहां के विकास कार्यों और भी अच्छा करूंगी तथा हर व्यक्ति तक विकास कार्य को पहुंचाने का काम करोगी तथा उनको पूरा करने का संकल्प लेती हूँ साथ ही साथ नसीराबाद की जनता ने भाजपा प्रत्याशी की प्रशंसा करते हुए कहा कि अनीशा बानो द्वारा नवनिर्मित नसीराबाद टाउन एरिया में पहले भी काफी विकास किया गया है तथा हमको भरोसा है आगे भी विकास करेंगे तथा वहीं भाजपा विधायक अशोक कोरी ने कहा कि भाजपा ने रणनीतियों से चुनाव लड़ेगी !

विधायक अशोक कोरी के नेतृत्व में टिकट बंटवारे में हुई अनदेखी बीजेपी को कहीं पड़ ना जाए भारी

बीजेपी विधायक अशोक कोरी के नेतृत्व में जिस तरह से टिकट बंटवारे में अनदेखी की गई है कहीं बीजेपी के हार का कारण ना बन जाए यदि बीजेपी के पदाधिकारी टिकट बंटवारे से नाराज बीजेपी कार्यकर्ताओं की नाराजगी को संज्ञान में लेकर कुशल रणनीति के तहत नाराज बीजेपी के कार्यकर्ताओं को मना नहीं पाये तो यह नाराजगी बीजेपी के लिए सलोन विधानसभा के नगर पंचायत की सीटों के लिए कहीं हार का कारण ना बन जाए बताते चलें कि अगर बात परशदेपुर नगर पंचायत ही करें तो बीजेपी से चेयरमैन रहे विनोद कौशल को इस बार भाजपा से टिकट नहीं मिला जिससे नाराज होकर परसदेपुर के निवर्तमान चेयरमैन रहे विनोद कौशल ने निर्दलीय नामांकन किया जिससे स्पष्ट है की बीजेपी प्रत्याशी ओपी मौर्या के खिलाफ बीजेपी के ही कार्यकर्ता डंटकर चुनाव लड़ेंगे वहीं सलोन नगर पंचायत में चेयरमैन पद के लिए पिछले कई महीनों से यदि जानकारों की माने तो शुभ्रांत रस्तोगी, सुनील साहू, तथा गौरव रस्तोगी, में से किसी एक को टिकट मिलना तय माना जा रहा था किंतु हाल ही में सलोन नगर पंचायत क्षेत्र के बदले समीकरण को देखते हुए तीनों बीजेपी कार्यकर्ताओं को नकार परमेश पटेल को भाजपा से प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतार दिया गया जिससे सलोन में भी गुटबाजी की राजनीति तय मानी जा रही है आखिर इस असमंजस की स्थिति से बीजेपी कैसे उभरेगी.? क्या बीजेपी के नाराज कार्यकर्ताओं को विधायक अशोक कोरी सहित अन्य पदाधिकारी नाराज कार्यकर्ताओं को मना पायेंगे या फिर गुटबाजी में उलझकर बिना किसी रणनीति व लचर नेतृत्व में उलझकर इन दोनों सीटों पर बीजेपी को पराजय का मुंह देखना पड़ेगा।

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