बाबू छत्रसाल सिंह ने 70 जरुरतमंदों को बांटे कम्बल, पेश की मानवता की मिसाल
मां शैली देवी,पिता अवधेश सिंह की स्मृति में 23 वर्षों से बांटते चले आ रहे कम्बल
शिवगढ़,रायबरेली। क्षेत्र के शैल अवधेश पब्लिक हाईस्कूल खजुरों एवं ग्रीन फील्ड पब्लिक इण्टर कॉलेज बछरावां के प्रबंधक बाबू छत्रसाल सिंह ने गत वर्षो की भांति इस बार क्षेत्र के सीवन में 70 गरीब, बेसहारा, वृद्धों, दिव्यांगों एवं जरूरतमंदों को कम्बल बांटकर मानवता की मिसाल पेश की। गत वर्षो की भांति बाबू छत्रसाल सिंह अपनी मां शैला देवी, पिता अवधेश सिंह की स्मृति में शिवगढ़ और बछरावां में कंबल वितरण अभियान चलाकर गरीब, बेसहारा, वृद्धों, दिव्यांगों, विधवा माताओं एवं जरूरतमंदों को कंबल बांटकर उन्हे ठण्ड में राहत पहुंचाने का काम कर रहे हैं। जिन्होंने कंबल वितरण अभियान के तहत क्षेत्र के सीवन में 70 लोगों कंबल बांटकर जरूरतमंदों की मदद की। कंबल पाकर मुरझाए चेहरे खुशी से खिल उठे सभी ने बाबू छत्रसाल सिंह को खूब दुआएं दी। ज्ञात हो कि बाबू छत्रसाल सिंह पिछले 23 वर्षों से नि:स्वार्थ भावना से समाजसेवा करते चले आ रहे हैं। जो हर साल अपने पास से 500 से अधिक जरूरतमंदों को कंबल बांटने के साथ ही गरीब बेटियों की शादी में बढ़-चढ़कर मदद करते हैं। इस बार सीवन में 70, बछरावां में 100 लोगों को इक्टठा कंबल बांटने के साथ ही जरूरतमन्दों के घर-घर जाकर कंबल बांटने का काम कर रहे हैं। यही नहीं गरीब बस्तियों में अब तक सैकड़ों इंडिया मार्का हैंडपम्प और सोलर लाइटें लगवा चुके हैं। जिनके सार्थक प्रयासों से नि:शुल्क नेत्र शिविरों के माध्यम से अब तक हजारों बेसहारा, जरुरतमन्दों को आंखों की रोशनी मिल चुकी है। बाबू छत्रसाल सिंह ने बताया कि वे अपनी पूज्य माता स्व.शैला देवी,पूज्य पिता स्व.अवधेश सिंह की स्मृति में 2 दशक पूर्व से कंबल बांटते चले आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जरूरतमंदों की मदद करने से मन को जो शकून मिलता है उसको शब्दों में बंया नही किया जा सकता। उनका मानना है की वृद्धों एवं जरूरतमंदों की दुआएं कभी खाली नही जाती है,हमेशा वे दिल से दुआएँ देते हैं। इस लिए हर किसी को आगे बढ़कर जरूरतमंदों की मदद करनी चाहिए। बाबू छत्रसाल सिंह अपने विद्यालयों में अब तक दर्जनों गरीब और अनाथ बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा देकर उनका भविष्य संवार चुके हैं। जिसको लेकर बछरावां तथा शिवगढ़ क्षेत्र में उनकी हर कोई सराहना करता है। इस मौके पर कप्तान सिंह,अभिषेक सिंह, फूलचंद सिंह, रामबरन, रामबालक रावत, रामसेवक सिंह, बबलू उर्फ दुर्योधन सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।

दबाव और प्रभाव में खब़र न दबेगी,न रुकेगी