आशा कार्यकर्ता गर्भवती से लेकर नवजात शिशु तक का रखें ध्यान : डा. मनोज
- गर्भवती की सभी जांच व नियमित टीकाकरण जरूरी
- एएनएम, आंगनबाड़ी व आशा कार्यकर्ता मिलकर करें कार्य
उपेंद्र शर्मा/बुलंदशहर: स्वास्थ्य विभाग की अहम कड़ी आशा, आंगनबाड़ी और एएनएम को मज़बूत करने के लिए बुधवार को मासिक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि आशा कार्यकर्ता अपने कार्यों को पूरा करने के लिए एएनएम और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के साथ अच्छा समन्वय बनाकर कार्य करें। अपनी-अपनी जिम्मेदारियां हैं, वहीं कुछ जिम्मेदारियां साझा भी होती हैं। सभी मिलकर अपनी जिम्मेदारी को पूरा करें।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ विनय कुमार सिंह ने बताया गर्मी अधिक होने के कारण बच्चों व गर्भवती को बेहद ध्यान देने की जरूरत है। ऐसे में गर्मी से बचाव के लिए नींबू पानी, शिकंजी, ओआरएस घोल समय समय पर देते रहें। गर्मी अधिक होने पर घर से बाहर न निकलें। वहीं बच्चों और गर्भवती की नियमित टीकाकरण जरूरी है। बुधवार को पहासू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर मासिक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें आशा और एएनएम को गर्मी से बचाव को लेकर आवश्यक निर्देश दिए हैं।
पहासू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक डॉ मनोज कुमार ने कहा- घरों में बच्चों से लेकर गर्भवती तक की देखरेख की मुख्य रूप से जिम्मेदारी आशा कार्यकर्ता की है। आशा कार्यकर्ता उन घरों में प्राथमिकता के आधार पर जाएं, जिस परिवार में कोई गर्भवती, नवजात शिशु, दो वर्ष से कम उम्र का बच्चा, कोई कुपोषित या बीमार बच्चा है। घरों का दौरा करते समय एएनएम की भूमिका यह होती है कि वह आशा के साथ उन घरों में जाएं, जहां के लोग ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण समिति की बैठक में नहीं जाते हैं, जिन प्रसूता, माताओं, बीमार शिशु को एएनएम की सेवाओं की जरूरत है। वह उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा- इन दिनों घरों में कूलर, छत पर भरे साफ पानी में डेंगू का लार्वा पैदा हो सकता है। इसलिए गांव में लोगों को अपने घर के आस-पास साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने की सलाह दें। बैठक में आशा संगनी शमीना, मंजू शर्मा, दिनेश कुमारी, कंचन वर्मा, सरोज कुमारी, आरती, सौभाग्यवती देवी, सीमा, कुसमा सहित दर्जनों आंगनबाड़ी, आशा कार्यकर्ता मौजूद रहीं।