राहुल गांधी के समर्थन में अराधना मिश्रा मोना की प्रेस वार्ता, जाने मौजूदा सरकार के बारे में क्या कहा
रिपोर्ट – मुन्ना सिंह / सुनील
बाराबंकी : राहुल गांधी इस देश के किसानो, मजदूरो, गरीबो, नौजवानो एवं महिलाओ की आवाज बन चुके है उन्होने लगभग 5 महीने की महंगाई बेरोजगारी और समाज में जो नफरत की खाई है उसे पाटने के लिये भारत जोडो यात्रा की।
आज राहुल को बचाने की बात नही है बल्कि इस देश के लोकतंत्र तथा संविधान को बचाने की बात है कि यह रहेगा कि नही। हमारा देश एक प्रजातांत्रिक देश है और इसकी आजादी के लिये और लोकतंत्र की रक्षा के लिये हमारे पूर्वजो हमारे नेताओ ने कुर्बानिया दी है लम्बी लडाई लडी है अगर लोकतंत्र या संविधान पर किसी तरह की आंच आयेगी तो कांग्रेस पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता नेता खामोश बैठने वाला नही है।
आज भारतीय जनता पार्टी की सरकार द्वारा लोकतंत्र की आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है और संवैधानिक संस्थाओ का दुरूपयोग किया जा रहा है और अपने विरोधियो के दमन के लिये किसी भी स्तर पर जा रहे है जो निन्दनीय है आज जो हम अमृत महोत्सव प्रजातंत्र का अमृतकाल मना रहे है और ऐसे समय में लोकतंत्र का गला घोटने की कोशिश और विपक्ष द्वारा उठाये गये सवालो का जबाब न देते हुये आयोग्य घोषित करना, मकान खाली करने का नोटिस भेजना, दबाना, डराना, धमकाना, जो भाजपा की सरकार द्वारा किया जा रहा है यह देश के लिये दुर्भाग्यपूर्ण है।
हमारे नेता राहुल गांधी ने लोकसभा में 3 सवाल किये लेकिन एक का भी जवाब प्रधानमंत्री मोदी के तरफ से नही आया। आज वही सवाल लेकर मै बाराबंकी आयी हूँ उन्ही सवालो का जवाब हमे लेना है कि वह 20 हजार करोड रूपया किसका है, यह शेल कम्पनियां किसकी थी, अडानी और प्रधानमंत्री मोदी का रिश्ता क्या है, जब कम्पनियो के शेयर लगातर गिर रहे थे और जब 60 प्रतिशत तक गिर गये तब हमारे एसबीआई और एलआईसी के पैसे किसे आदेश पर अडानी की कम्पनियो में लगाये गये यह बडा सवाल है हम आपके माध्यम से सरकार से पानाा चाहते है हम आपको बताये कि जनवरी में एक घटना हिंडनवर्ग हुयी थी जिसमें एक पेपर में रिलीज हुआ था जिसकी वजह से देश का सबसे अमीर और दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति का शेयर तेजी से गिरा तब अडानी के खाते में 20 हजार करोड रूपये कैसे आये इन सवालो का जबाब न तो भारतीय जनता पार्टी के नेता दे रहे है न खुद प्रधानमंत्री बल्कि भाजपा की तरफ से कहा जा रहा है कि अडानी पर हमला भारत पर हमला है इस मुद्दे को लगातार दूसरी दिशा में मोडने की कोशिश भाजपा द्वारा की जा रही है।
मैं आज आपको यह बताने आयी हूॅ कि कितने गम्भीर केस आज भी विचाराधीन हैं। राहुल गांधी कोई साधारण व्यक्ति नही हैं उनके पर दादा जवाहरलाल नेहरू देश के प्रथम प्रधानमंत्री थे, उनकी दादी इन्दिरा गांधी देश की पहली महिला प्रधानमंत्री थी, उनके पिता स्व. राजीव गांधी देश के प्रधानमंत्री थे उनकी दादी उनके पिता ने देश की एकता और अखंडता के लिये बलिदान दिया हैं उनके बेटे राहुल गांधी जो आज देश की नौजवान, किसान, बेरोजगार महिलाओं की बुलन्द आवाज बन चुके हैं उनको डराने की नाकाम कोशिश की जा रही हैं, उनके मामले में 13 अप्रैल 2019 को उन्होंने कर्नाटक के कोलार में चुनावी भाषण में नीरव मोदी, ललित मोदी पर सवाल उठाया था, 16 अप्रैल 2019 को विधायक पूर्णेश मोदी जिनका नाम पहले पूर्णेश बूथवालाथा ने शिकायत दर्ज करायी, 7 मार्च 2022 को शिकायतकर्ता ने गुजरात उच्च न्यायालय से रोक की मांग की जिस पर हाईकोर्ट ने रोक लगा दी, 7 फरवरी 2023 को राहुल जी ने लोकसभा में अडाणी और प्रधानमंत्री मोदी के रिश्ते पर सवाल उठायें, 16 फरवरी 2023 शिकायतकर्ता ने गुजरात उच्च न्यायालय में अपने अनुरोध को वापस ले लिया, 27 फरवरी 2023 को निचली अदालत में सुनवाई शुरू हुई, 8 मार्च में केस खत्म हो गया, 17 मार्च 2023 को फैसला सुरक्षित कर लिया गया। 23 मार्च 2023 को ट्रायलकोर्ट ने राहुल जी को दोषी ठहराकर अधिकतम 2 साल की सजा सुनाई। 24 मार्च को लोकसभा सचिवालय ने उनकी सदस्यता रद्द कर दी। 27 मार्च को राहुल जी को घर खाली करने का आर्डर आ गया। हम न्यायालय का सम्मान करते हैं, प्रथम दृष्टया यह सारा स्वांग रचा गया हैं राहुल जी को संसद से बाहर करने का और उनकी आवाज दबाने का, आपराधिक मानहानि के लिये अधिकतम दो साल की सजा आज तक किसी को नही मिली।
बांदा जनपद के भाजपा सांसद आर.के.पटेल नवम्बर में ट्रेन रोकने, सड़क अवरूद्ध करने, पुलिसकर्मियों पर पथराव करने में दोषी ठहराया गया था लेकिन उन्हें सिर्फ एक साल की जेल हुई लेकिन राहुल जी को अधिकतम दो वर्ष की सजा। कांग्रेस विधायक दल की नेता अराधना मिश्रा मोना ने कहा कि नीरव मोदी, ललित मोदी, मेहुल चौकसी, जो पिछड़ी जाति में नही आते सरनेम लिखने से किसी जाति का पता नही चलता। भाजपा सिर्फ मुद्दो को भटकाने का काम कर रही। कांग्रेस पार्टी पहले भी पिछड़े वर्ग की हम दर्द थी और आगे भी रहेंगी।
प्रेस वार्ता में मध्यजोन अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष तनुज पुनिया, कांग्रेस अध्यक्ष मो. मोहसिन, नगर अध्यक्ष राजेन्द्र वर्मा फोटोवाला, पार्टी प्रवक्ता सरजू शर्मा, युवक कांग्रेस अध्यक्ष सिकन्दर अब्बास रिजवी, महिला अध्यक्ष शबनम वारिस, प्रदेश कांग्रेस सदस्य रामहरख रावत, अजीत वर्मा, मोनू सिंह, संजीव मिश्र, अखिलेश वर्मा, सरोज गौतम, रिंजू कुमारी, सना मुही, मीरा गौतम, सोनम वैश्य सहित दर्जनो की संख्या में कांग्रेसीजन मौजूद रहें।