जनपद में महिलाओं की पहली पसंद बना अंतरा इंजेक्शन

रिपोर्ट उपेन्द्र शर्मा 

– आशा कार्यकर्ता बढ़ा रहीं महिलाओं में जागरूकता

– जनपद के सभी स्वास्थ्य केंद्र पर है उपलब्ध

बुलंदशहर, 6 अप्रैल 2023। स्वास्थ्य विभाग का परिवार नियोजन पर जोर है। विभाग की ओर से दम्पति को परिवार नियोजन के साधन अपनाने के प्रति जागरूक किया जा रहा है। परिवार नियोजन के लिए गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा की उपयोगिता निर्विवाद है। इसी तरह गर्भनिरोधक गोली छाया भी बेहद कारगर है। जनपद में इसका प्रसार-प्रचार जोरों पर है। जागरूकता बढ़ने से ग्रामीण क्षेत्रों में भी इनका सही से इस्तेमाल शुरू हो गया है। तमाम महिलाएं गर्भ निरोधक के तौर पर इनका इस्तेमाल कर रही हैं। परिवार नियोजन के प्रति जागरूक करने में देहात क्षेत्र में आशा कार्यकर्ता अहम भूमिका निभा रही हैं। अप्रैल 2022 से मार्च 2023 तक जनपद में 9275 महिलाओं ने त्रैमासिक इंजेक्शन अंतरा को अपनाया है।

 

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुनील कुमार सिंह ने बताया – अंतरा इंजेक्शन बहुत ही प्रभावी गर्भनिरोधक है। इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है। इस इंजेक्शन का असर तीन महीने तक रहता है। हर तीन महीने बाद एक इंजेक्शन लगाया जाता है। उन्होंने बताया जब तक परिवार नियोजित रखना हो इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। जब भी दोबारा मां बनना हो तो इसका इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए। तीन से छह महीने में मासिक चक्र नियमित हो जाता है। तब अगला बच्चा प्लान कर सकते हैं। जनपद में महिलाओं की रुचि परिवार नियोजन के प्रति बढ़ रही है, पिछले साल की अपेक्षा इस साल अंतरा सहित छाया का उपयोग करने वाली महिलाओं की संख्या में इजाफा हुआ है। जैसे-जैसे लोग इनके प्रति जागरूक हो रहे हैं, उसी हिसाब से इनका प्रयोग भी बढ़ रहा है। गत वर्ष अप्रैल 2021 से मार्च 2022 तक 6863 महिलाओं ने अंतरा अपनाया जबकि अप्रैल 2022 से मार्च 2023 तक यह संख्या 9275 हो गयी।

 

परिवार नियोजन विशेषज्ञ ने बताया अंतरा लगवाने के बाद माहवारी न आने के कारण कई महिलाएं घबरा जाती हैं और अगला इंजेक्शन नहीं लगवातीं। इस कारण उन्हें अनचाहा गर्भ ठहरने की आशंका फिर से बढ़ जाती है। यदि ऐसी स्थिति में महिला को जब उचित परामर्श मिलता है तो वह इन बदलाव के बावजूद अंतरा लगवाना जारी रखती हैं। अंतरा और छाया की सुविधा जनपद में जिला अस्पताल, सभी प्राथमिक / सामुदायिक स्वास्थ्य  केन्द्रों व स्वास्थ्य उप केन्द्रों पर उपलब्ध है। कई आशा कार्यकर्ताओं ने परिवार नियोजन के लिए खुद अंतरा इंजेक्शन लगवा कर अपना उदाहरण पेश किया है। वह अन्य महिलाओं को प्रेरित कर रहीं हैं।

 

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छाया का नहीं है कोई साइड इफेक्ट

स्टेरॉयड न होने की वजह से छाया नॉन हार्मोनल गर्भनिरोधक गोली है, जिसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता। इससे मासिक चक्र का दीर्घीकरण होता है। हार्मोनल गोलियों की तुलना में छाया के सेवन से मोटापा, मतली होना, उल्टी या चक्कर आना, रक्तस्त्राव और मुहांसे जैसे कोई दुष्प्रभाव नहीं होते। इस कारण यह अधिक सुरक्षित है।

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जनपद में स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर दम्पति को परिवार नियोजन के अस्थाई व स्थाई साधन के बारे में जागरूक कर रहे हैं। जागरूकता बढ़ने के बाद दम्पत्ति परिवार नियोजन को अपना रहे हैं।

 

डा. विनय कुमार सिंह

मुख्य चिकित्सा अधिकारी बुलंदशहर

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