3 वर्षों में ही टपकने लगा आंगनबाड़ी केंद्र
शिवगढ़(रायबरेली) 3 वर्ष पहले बना कोयली खेड़ा मजरे गूढ़ा का आंगनबाड़ी केंद्र जर्जर हो गया है। बरसात में जिसकी छत टपकने लगती है। कोयली खेड़ा मजरे गूढ़ा में आंगनवाड़ी कक्ष जो 3 वर्ष पहले 7 लाख 54 की लागत से बना था जिसकी छत टपकने लगी है।
6 वर्षों में ही जर्जर हो गए आंगनबाड़ी केंद्र
6 वर्षों में ही नौनिहालों के लिए बनाए गए आंगनबाड़ी कक्ष धड़ाम हो गये जो बड़े हादसे कर रहे इंतजार। विकास क्षेत्र शिवगढ़ में 2017-18 में 12 आंगनबाड़ी कक्षों का निर्माण हुआ था जिसमें बैंती, सूरजपुर, नेरुथुवा, भवानीगढ़ ,शिवली, अमेठिया, बेड़ारु आदि शामिल हैं, 7 लाख 54 हजार की लागत से भवनो का निर्माण तो हो गया लेकिन 6 वर्ष में ही बनाए गए भवन जर्जर हो गई हैं तो कहीं छत में दरार हो गई हैं तो कहीं बगैर गड्ढा खोदे शौचालय की सीट रख दी गई। जिसका जीता जागता उदाहरण आंगनवाड़ी कक्ष ग्राम पंचायत सीवन के अमेठिया में देखने को मिला। यहां पर तैनात कार्यकर्ती सरिता सिंह ने बताया कि यह आंगनवाड़ी कक्ष 2019 में बनकर तैयार हो गया था 2019 से यहां पर कक्षाएं चला रही हैं कुल 32 शिशु आंगनबाड़ी में पढ़ते हैं बरसात में तो पूरी तरह से छत टपकती है। भवन जर्जर हो गया है किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है।
2017-18 में क्षेत्र पंचायत द्वारा 12 आंगनबाड़ी कक्षों का निर्माण कराया गया था जिनकी कुल लागत 7 लाख 54 हजार थी। जिसमें शौचालय बरामदा, एक कमरा , किचन सेट,शामिल था। लेकिन भ्रष्टाचार के चलते भवन तो बनके तैयार हो गए लेकिन 6 वर्ष भी पूरे नहीं हुए की भवन जर्जर होने लगे किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता जिम्मेदार मौन है।
मानक को दर किनार कर बनाये गये आंगनबाड़ी केंद्र
7 लाख 54 हजार की लागत से बनाए गए आंगनबाड़ी भवनों में 2 लाख बाल विकास विभाग द्वारा 1 लाख 6 हजार ग्राम पंचायत द्वारा लगाया गया था 3 लाख 48 हजार क्षेत्र पंचायत द्वारा लगाया गया था इन भवनों का निर्माण क्षेत्र पंचायत द्वारा कराया गया मानक के हिसाब से निर्माण न होने के कारण भवन गिरने की कगार पर है।
इस बारे में सीडीपीओ सुशीला देवी से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि इस बारे में हम ज्यादा जानकारी नहीं दे सकते हैं लेकिन जो भी भवन बने थे वह अधिकतर जर्जर हो गए। खंड विकास अधिकारी साबिर अनवर ने बताया कि जांच कराई जाएगी।
दबाव और प्रभाव में खब़र न दबेगी,न रुकेगी